धूप के चलते सिग्नल बंद चौराहे बन गए ऑटो स्टैंड
- चौराहों पर तैनात नहीं किए गए यातायात कर्मचारी
- 33 प्रमुख चौराहों के लिए की गई सिफारिश
- ऑटो चालकों की मनमानी और पुलिस की लापरवाही
डिजिटल डेस्क, नागपुर. भीषण धूप के चलते महानगर पालिका ने उष्माघात उपाय योजना आरंभ कर दी है। इसके तहत बेहद भीड़ वाले चौराहों पर दोपहर 12 से 4 बजे तक सिग्नलों को बंद रखने की सिफारिश की गई है। इस सिफारिश पर यातायात पुलिस ने आकाशवाणी चौक, बैद्यनाथ चौक समेत 33 प्रमुख चौराहों पर सिग्नल व्यवस्था को बंद रखने का आदेश जारी किया है, लेकिन इन चौराहों पर यातायात कर्मचारियों को तैनात नहीं किया गया है। ऐसे में ऑटो चालकों ने चौराहों पर कब्जा कर लिया है। जिला न्यायालय, जिलाधिकारी कार्यालय के समीप आकाशवाणी चौराहे पर दोपहर में ऑटो स्टैंड लग जा रहा है। हैरानी यह है कि इस नजारे को नागरिकों के साथ ही परिसर के प्रमुख प्रशासकीय कार्यालयों के अधिकारी भी देखकर अचरज कर रहे हैं, लेकिन यातायात कर्मचारियों के नहीं होने से ऑटो चालकों पर कोई भी लगाम नहीं लग रही है।
भगवान भरोसे है व्यवस्था : शहर में प्रमुख चौराहों पर इन दिनों यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। ई-चालान करने की होड़ में पुलिस कर्मचारी अपने निर्धारित स्थानों पर नजर नहीं आ रहे हैं। पेड़ों की आड़ में, चौराहों से दूर होकर छिपकर अचानक वाहन चालकों को पकड़-पकड़ कर अपना टार्गेट पूरा कर रहे हैं। ऐसे में चौराहों की व्यवस्था भगवान भरोसे आ गई है। उष्माघात के प्रभाव से सुरक्षा के लिए 33 चौराहों पर सिग्नल को दोपहर में अस्थायी रूप से बंद रखा जा रहा है, लेकिन सिग्नल बंद होने की स्थिति में निगरानी के लिए कोई भी सिपाही मौजूद नहीं रहते हैं। ऐसे में चौराहों पर ऑटो चालकों की मनमानी होने लगी है। दिनदहाड़े चौराहों पर ऑटो खड़ाकर यात्रियों को बैठाने और इंतजार करने का नजारा देखा जा सकता है।
कार्रवाई का देंगे निर्देश
शहर में भीषण गर्मी के चलते करीब 33 चौराहों के सिग्नल को दोपहर के दौरान बंद रखा गया है। ऐसे में ऑटो चालकों समेत अन्य नागरिकों ने सिग्नल व्यवस्था के बंद होने का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। इस मामले में संबंधित बीट जमादारों को कार्रवाई करने का निर्देश देंगे। चेतना तिड़के, उपायुक्त, यातायात सुरक्षा पुलिस विभाग