नागपुर: पहली मर्तबा मनपा का प्रयास, एनक्यूएएस प्रमाणपत्र पाने के लिए की गई प्रक्रिया आरंभ

  • नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड प्रमाणपत्र पाने का प्रयास आरंभ
  • मनपा के तीन शहरी स्वास्थ्य केन्द्र मानेवाड़ा, कपिलनगर और नंदनवन का आंतरिक सर्वेक्षण पूरा
  • बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लागू करने का प्रयास

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-01 09:11 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका प्रशासन की ओर से शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) प्रमाणपत्र पाने का प्रयास आरंभ कर दिया गया है। इस दिशा में मनपा के तीन शहरी स्वास्थ्य केन्द्र मानेवाड़ा, कपिलनगर और नंदनवन का आंतरिक सर्वेक्षण पूरा हो गया है। अब जल्द ही राज्य स्तर पर सर्वेक्षण के बाद राष्ट्रीय सर्वेक्षण और मूल्यांकन के लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है। राज्य में पहली मर्तबा महानगरपालिका की ओर से शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों में जवाबदेही और बेहतरीन गुणवत्ता को तय करने के लिए एनक्यूएएस प्रमाणपत्र पाने की पहल की जा रही है। पिछले साल इसी कड़ी में दो शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों शांतिनगर और इंदौरा को प्रमाणपत्र मिल चुका है।

महानगरपालिका की ओर से शहर में स्वास्थ्य सेवाओं की संरचना को मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस लिहाज से शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों को बेहतरीन गुणवत्ता एवं जवाबदेही से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) प्रमाणपत्र लेने का प्रयास किया जा रहा है। पिछले साल 2023-24 में मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने दो शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों शांतिनगर और इंदौरा के लिए एनक्यूएएस प्रमाणपत्र प्राप्त किया है। इस साल करीब 5 से अधिक यूपीएचसी को प्रमाणित कराने के लिए प्रयास किया जा रहा है, इसमें से पहले चरण में मानेवाड़ा, कपिलनगर और नंदनवन शहरी स्वास्थ्य केन्द्र का समावेश है। इस प्रमाणपत्र को पाने के बाद तीन सालों के बाद दोबारा से मूल्यांकन कराना होता है।

क्या है एनक्यूएएस

राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा देने वाले केन्द्रों को प्रदान किया जाता है। एनक्यूएएस को जिला अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और शहरी पीएचसी के लिए दिया जाता है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को 8 मानकों पर मूल्यांकन किया जाता है, इनमें मरीज सेवा, मरीजों की देखभाल एवं उपचार, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन का समावेश हैं। आंतरिक मूल्यांकन के बाद राज्य स्तर और अंतिम रूप राष्ट्रीय स्तर पर विशेषज्ञ टीम से सर्वेक्षण होता है। सर्वेक्षण में सकारात्मक परिणाम मिलने पर प्रमाणपत्र को

बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लागू करने का प्रयास

डॉ दीपक सेलोकार, स्वास्थ्य अधिकारी, मनपा के मुताबिक एनक्यूएएस के सर्वेक्षण से पहले मनपा की ओर से आंतरिक सर्वेक्षण किया जा चुका है। इस सर्वेक्षण में यूपीएचसी की सुविधाओं, मरीजों के प्रति जवाबदेही, उपचार प्रणाली में गुणवत्ता की जांच की गई है। पिछले साल दो यूपीएचसी को प्रमाणपत्र प्राप्त हो चुका है, इस साल पहले चरण में 3 यूपीएचसी के लिए सर्वेक्षण प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। एनक्यूएएस प्रमाणपत्र से शहरी स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने में सुविधा होगी।


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