नागपुर: डेंगू-चिकनगुनिया समेत अन्य संक्रमण पर नियंत्रण का प्रयास, खाली प्लॉट धारकों के खिलाफ FIR
- 33 लाख 72 हजार नागरिकों तक आशावर्कस पहुंची
- डेंगू के 114 और चिकनगुनिया के 473 मरीज
- शहर में 8,23,587 घरों का सर्वेक्षण पूरा कर लिया
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बरसात के दौरान खाली प्लॉट समेत घरों के आसपास जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से डेंगू, चिकनगुनिया का तेजी से प्रसार बढ़ रहा है। संक्रामक बीमारियों को रोकने और मच्छरों का प्रकोप रोकने के लिए 10 फॉगिंग वाहनों और 38 स्प्रेईंग टीम को जुटाया गया है। प्रत्येक जोन में रोजाना दो मर्तबा फवारणी और स्प्रेइंग हो रही है। प्रशासन ने नागरिकों से जलजमाव होने देने से परहेज करने का आवाहन किया है। इसके साथ ही अन्य सरकारी विभागों के कार्यालयों के परिसर और खाली जमीन पर जलजमाव को साफ करने के लिए समन्वय करने का प्रयास आरंभ कर दिया है। शहर में खाली प्लॉट धारकों को नोटिस देने और एफआईआर करने की कार्रवाई भी लगातार की जा रही है। इसके बावजूद इसके संक्रामक बीमारियों की रोकथाम संभव नहीं हो पा रही है।
डेंगू के 114 और चिकनगुनिया के 473 मरीज
शहर में अब तक चिकनगुनिया के संदिग्ध 2279 और पाजिटिव 473 और डेंगू के संदिग्ध 2034 और पॉजिटिव 114 मरीज हो गए हैं। मनपा प्रशासन का दावा है कि फॉगिंग और स्प्रेईंग के लिए घनकचरा व्यवस्थापन विभाग के 50 कर्मचारियों कर जीपीएस ट्रॅकर वाले 10 फॉगिंग वाहनों को भी जोन स्तर रोजाना सुबह और शाम फॉगिंग की जा रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग से स्कूलों के विद्यार्थियों एवं सामुदायिक केन्द्रों के स्वयंसेवकों के साथ जनजागरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से संक्रमण वाले स्थानों पर विशेष निगरानी के साथ ही 10 जोन स्तर पर रॅपिड रिस्पॉन्स टीम भी तैनात किया गया है। डेंगू और चिकनगुनिया के संदिग्ध मरीज मिलते ही टीम की ओर से तत्काल कंटेनर सर्वेक्षण, फॉगिंग स्प्रेईंग समेत अन्य उपाययोजना आरंभ कर दी जाती है।
33 लाख 72 हजार नागरिकों तक आशावर्कस पहुंची
आशा स्वयंसेविकाओं ने अब तक शहर में 8,23,587 घरों का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। अब तक 33 लाख 72 हजार 894 नागरिकों के स्वास्थ्य की जानकारी ली गई है। सर्वेक्षण के दौरान 27 हजार 140 नागरिकों को बुखार होने की जानकारी मिली है। इनमें 1240 संदिग्धों के नमूनों को रक्त जांच के लिए भेजा गया है। शहर में अब तक 22165 घरों के बर्तनों समेत अन्य स्थान पर जलजमाव में लार्वा पाया गया है। इनमें 18524 स्थानों पर कूलर, 19554 गमले, 3498 मटके, 4154 टायर, 9449 ड्रम, 3211 पक्षी एवं प्राणियों के बर्तनों में लार्वा को पाया गया है। इन स्थानों पर सफाई कर दी गई है। इसके साथ ही फागिंग और स्प्रे भी कराया गया है।