जमकर भीड़: जनता दरबार में शिकायतों का अंबार, इलाकों की समस्याओं से परेशान होकर बिफरे लोग
- नालों-ड्रेनेज की सफाई पर पूछताछ
- अन्य शहरों से भी आए थे लोग
- गड्ढे, जलजमाव, सीवेज को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी
- केंद्रीय मंत्री गडकरी ने 1096 आवेदन स्वीकार किए
डिजिटल डेस्क, नागपुर. केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी की जनता दरबार में रविवार को जमकर भीड़ हुई। मनपा में आयोजित इस जनता दरबार में अनेक समस्याओं को लेकर नागरिकों ने गुहार लगाई। गडकरी ने मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी समेत अन्य अधिकारियों के साथ 1096 से अधिक आवेदन स्वीकार किए। पूर्व सांसद डॉ. विकास महात्मे, विधायक कृष्णा खोपड़े, विकास कुंभारे, प्रवीण दटके, मोहन मते, अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल, अजय चारठाणकर समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
किसी का निवारण, तो किसी को आश्वासन जनता दरबार में विधानसभा क्षेत्र अनुसार नागरिकों के निवेदन मिले। इसमें जलापूर्ति व ड्रेनेज की समस्या के साथ ही पाइपलाइन के लिए रास्तों की खुदाई समेत अन्य समस्याओं को लेकर गुहार लगाई गई। प्रत्यक्ष निराकरण करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने अधिकारियों से पूछताछ की। साथ ही कानूनी पहलुओं को लेकर जांच करने के बाद समाधान करने का भी आश्वासन दिया।
नालों-ड्रेनेज की सफाई पर पूछताछ
बरसात पूर्व नालों और ड्रेनेज की सफाई को लेकर मनपा के स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की अधीक्षक अभियंता समेत अन्य अधिकारियों से पूछताछ की। शहर में अनेक स्थानों पर सफाई नहीं होने से बरसात के दौरान नागरिकों की दिक्कत को लेकर जांच करने का भी निर्देश दिया।
अन्य शहरों से भी आए थे लोग
मनपा परिसर में सुबह से ही दिव्यांग, महिला, वरिष्ठ नागरिकों समेत अन्य स्थानों दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, नांदेड, वर्धा, यवतमाल समेत अन्य शहरांे से भी नागरिक निवेदन लेकर पहुंचे। इन निवेदनों पर तत्काल कार्यवाही कर नागरिकों को राहत देने के निर्देश सभी 10 जोन के अधिकारियों को दिए गए।
रिपोर्ट देने के निर्देश : शहर में विविध विकासकामों के चलते नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात में घराें के भीतर पानी पहुंचने, रास्तों पर जलजमाव होने, गटर लाइन चोक होने से परिसर में गंदे पानी से दिक्कत होने और रास्तों पर गड्डे को लेकर सर्वाधिक शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों का जोन स्तर पर जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने मनपा आयुक्त डॉ. चौधरी को दिया।
रोष में दिखे नागरिक : मनपा प्रशासन की ओर से जनता दरबार के लिए प्राप्त अावेदनों की संख्या बताई गई, लेकिन जनता दरबार में आवेदनों के निराकरण को लेकर कोई भी जानकारी नहीं दी गई। जनता की ओर से गडकरी के सामने ही मनपा की लापरवाही, अधिकारियों की अनदेखी और मनमानी को लेकर नागरिकों ने गुस्सा दिखाने में गुरेज नहीं किया।
फटकार : मनपा में पीएचई की अधीक्षक अभियंता श्वेता बनर्जी ने नासुप्र को लेकर दोषारोपण किया। श्वेता बनर्जी के मुताबिक कई ले आऊट को लेकर नासुप्र ने जानकारी नहीं दी है, इतना ही नहीं नासुप्र के इलाकों में ड्रेनेज लाइन और सीेवेज लाइन की अव्यवस्था का भी हवाला दिया। श्वेता बनर्जी के जवाब से गडकरी संतुष्ट नहीं हुए। फटकार लगाते हुए नासुप्र से समन्वय स्थापित करने का निर्देश मनपा आयुक्त को दिया। नासुप्र के अधिकारियों को भी मनपा से जानकारी साझा करने का आदेश दिया।
कार्यक्रम जल्दी समाप्त, विरोध में लगे नारे : ऐसे में दक्षिण पश्चिम विधानसभा के नागरिकों के नेतृत्व में आक्रमण युवक संगठन के सदस्य समस्याओं का निवेदन दिया जाना था, लेकिन जल्द ही कार्यक्रम समाप्त करने से आक्रमण युवक संगठन ने विरोध कर मनपा परिसर में नारे लगाए। इस अवसर पर आक्रमण युवक संगठन के जिला अध्यक्ष ओपुल तामगाडगे, जिला संघटक प्रमुख, विशाल बनसोड जिला सचिव सूरज पुराणिक, नागेंद्र पाटील, शहर सचिव अश्विन पाटील, जिला संगठन दीक्षा चौरे आदि उपस्थित थे।
परेशान हुए नागरिक : केन्द्रीय मंत्री के जनता दरबार में गुहार लगाने के लिए नागरिक खासा इंतजार करते रहे। दोपहर 12 बजे से केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने समस्याओं को सुनना आरंभ किया, लेकिन मनपा की लापरवाही को लेकर जनता की शिकायतों को देखते हुए दो घंटे में ही कार्यक्रम को बंद कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर नागरिक अपनी बारी के आने का इंतजार करते रहे। 20 जुलाई को शहर में जोरदार बरसात से नागरिकों का खासा नुकसान हुआ है, लेकिन मनपा प्रशासन और अधिकारियों की अनदेखी के चलते कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में केन्द्रीय मंत्री से नागरिकों ने उम्मीद लगाई थी। जल्दबाजी में कार्यक्रम समाप्त करने से केन्द्रीय मंत्री तक समस्या ग्रस्त नागरिक पहुंच ही नहीं पाए।