जबलपुर: जिस विषय में स्नातक की डिग्री उसी से करनी होगी आगे पढ़ाई
- नए नियम को लेकर प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स की बीच चर्चा हो रही है।
- छात्र यूजी तीसरे वर्ष के बाद दो वर्षीय पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना चाहते हैं उन्हें मेजर सब्जेक्ट में निर्धारित क्रेडिट अर्जित करने होंगे।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। किसी विषय में स्नातक की डिग्री लेने के बाद स्टूडेंट स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए दूसरा विषय चुन सकते थे, लेकिन नई शिक्षा नीति के नियमों के मुताबिक अब ऐसा नहीं होगा।
विद्यार्थी को मेजर सब्जेक्ट में ही पीजी में एडमिशन लेना होगा, हालाँकि माइनर विषय के आधार पर भी पीजी में प्रवेश लेने की सुविधा है लेकिन इसके लिए 24 क्रेडिट स्कोर अर्जित करना होगा।
उच्च शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को गाइडलाइन जारी कर कहा है कि जो छात्र यूजी तीसरे वर्ष के बाद दो वर्षीय पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना चाहते हैं उन्हें मेजर सब्जेक्ट में निर्धारित क्रेडिट अर्जित करने होंगे।
माइनर सब्जेक्ट लेकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी उससे पीजी करना चाहें तो उन्हें तीन वर्ष में 24 अंक का क्रेडिट अंक अर्जित करना होगा। जानकारों के अनुसार यदि बीए में विद्यार्थी का मेजर विषय अंग्रेजी था तो पीजी में उसे एमए हिंदी या एमए हिस्ट्री करने का मौका नहीं मिलेगा।
विद्यार्थी को एमए अंग्रेजी से ही करना होगा। इसके अलावा साइंस से स्नातक लेकर यदि विद्यार्थी पीजी में एमए के विषय में पढ़ना चाहता था तो वह इस बार ऐसा नहीं कर पाएगा। उसे मेजर सब्जेक्ट के आधार पर ही पीजी में प्रवेश मिलेगा।
बता दें कि 29 मई को पीजी में प्रवेश के लिए सीट आवंटन किया जाएगा। नए नियम को लेकर प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स की बीच चर्चा हो रही है। कॉलेजों की ओर से इसकी जानकारी दी जा रही है।