जबलपुर: एक दिन की रिमांड पर तहसीलदार, घरों में ताला डालकर भाग निकले अन्य आरोपी
- पुलिस ने उनके फोन की टॉवर लोकेशन जानने का प्रयास किया तो उक्त फोन भी बंद मिले।
- आरोपियों की तलाश के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। विजय नगर थानांतर्गत ग्राम रैगवां स्थित एक हेक्टेयर जमीन को हड़पने संबंधी मामले में पुलिस ने आरोपी तहसीलदार को 1 दिन की रिमांड पर ले लिया है। इसके बाद पुलिस द्वारा इस मामले में तहसीलदार से आगे की पूछताछ कर यह भी पता करने का प्रयास किया जाएगा कि इस प्रकरण में और कौन-कौन से लोग शामिल रहे हैं। दूसरी ओर अन्य आरोपी अपने घरों में ताला लगाकर भाग खड़े हुए हैं और पुलिस द्वारा उनकी जोरशोर से तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार मॉडल टाउन निवासी शिवचरण पांडे के पिता महावीर पांडे के नाम पर ग्राम रैगवां में 1 हेक्टेयर भूमि थी। इसी बीच महावीर की मृत्यु के उपरांत शिवचरण का नाम दस्तावेजों में दर्ज हुआ। लेकिन 8 अगस्त 2023 को शिवचरण का नाम खसरे से हटा दिया गया। जिसके बाद शिवचरण ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की। उक्त पड़ताल में यह सामने आया कि अधारताल तहसील कार्यालय में पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर दीपा दुबे ने तहसीलदार हरि सिंह धुर्वे और पटवारी जागेन्द्र पिपरे के साथ मिलकर पूरा षड्यंत्र रचा था।
चढ़वा दिया था ड्राइवर के पिता का नाम
जाँच में यह भी सामने आया है कि दीपा ने महावीर की फर्जी वसीयत के आधार पर जमीन कलेक्ट्रेट में ड्राइवर के पद पर पदस्थ रहे पिता श्यामनारायण के नाम पर करा दी थी। श्यामनारायण की मौत के बाद तहसीलदार कार्यालय से 26 जून 2024 को एक आदेश पारित कराया और जमीन अपने व भाई रविशंकर एवं अजय चौबे के नाम पर दर्ज करा दी। फिर उसे करमेता निवासी हर्ष पटेल और विजय नगर एकता नगर निवासी अमिता पाठक को बेच दी।
पुलिस ने दर्ज किया था प्रकरण
इस मामले में तहसीलदार धुर्वे, पटवारी पिपरे, कम्प्यूटर ऑपरेटर दीपा एवं उसके भाई रविशंकर, अजय और जमीन के खरीददार हर्ष व अमिता के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। तत्पश्चात फर्जी वसीयत से 1 हेक्टेयर जमीन हड़पने के मामले में गिरफ्तार तहसीलदार हरि सिंह धुर्वे को पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। जहाँ से उसे एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
घरों में लटके ताले और फोन हुए बंद
पुलिस ने गुरुवार की रात तहसीलदार को गिरफ्तार कर पटवारी और कम्प्यूटर ऑपरेटर सहित अन्य आरोपियों के घरों पर भी छापामार कार्रवाई की। लेकिन उन सभी के घरों में ताले लटके नजर आए।
इस दौरान पुलिस ने उनके फोन की टॉवर लोकेशन जानने का प्रयास किया तो उक्त फोन भी बंद मिले। इस बीच पुलिस अधिकारियों का यह दावा है कि आरोपियों को एफआईआर की जानकारी लग गई थी। इसलिए वे सभी भाग गए हालाँकि पुलिस उनके परिचितों व करीबियों से पूछताछ कर रही है।
इस संबंध में विजय नगर टीआई वीरेन्द्र सिंह पवार का कहना है कि तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे को न्यायालय ने एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। अन्य आरोपियों की तलाश के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। लेकिन वे सभी घरों से गायब हैं।