Jabalpur News: कटंगी तक फोर लेन, उसके आगे चौड़ाई बढ़ाने के साथ बनेगी टू लेन

  • ट्रैफिक वाॅल्यूम के अनुसार तय की जाएगी चौड़ाई जबलपुर के शहरी हिस्से की सड़क एनएचएआई एक बार बनाकर देगा
  • बस्तियों को बायपास करने की मुख्य वजह यही है कि मुख्य सड़क के ट्रैफिक पर किसी तरह से असर न हो।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-06 14:13 GMT

Jabalpur News: जबलपुर से दमोह सड़क अभी ज्यादातर हिस्सों में खस्ता हालत में है। इस सड़क का 24 करोड़ रुपए की राशि से एनएचएआई पूरी तरह से मरम्मत करेगा, उसके बाद इसका हाईवे के मापदण्डों के अनुसार अपग्रेडेशन किया जाना है। नेशनल हाईवे अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया पूरे 100 किलोमीटर की सड़क के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रहा है।

इसमें प्रारंभिक रूप से यही सामने आया है कि इस सड़क को अभी माढ़ोताल तिराहे से आगे हाईवे के कटंगी चौराहे से कटंगी टाउन की सीमा तक 25 किलोमीटर के दायरे में फोरलेन किया जा सकता है। इसके बाद की जो सड़क अभी 7 मीटर यानी करीब 23 फीट चौड़ी है उसको अपग्रेड कर 10 मीटर यानी करीब 32 फीट के साथ पेवर साेल्डर सहित 40 फीट चौड़ा किया जा सकता है।

वैसे यह सड़क जबलपुर से दमोह तक सभी टाउन के हिस्से में फोरलेन है और उसके अनुसार इसको डेवलप किया जाना है। एनएचएआई के प्राेजेक्ट डायरेक्टर अमृत लाल साहू कहते हैं कि विभाग इसकी डीपीआर पर तेजी से वर्क कर रहा है। जनता की सहूलियत के अनुसार ही इसको अपग्रेड किया जाएगा।

ये हिस्सा एनएचएआई सुधार कर देगा

दमोहनाका चौराहे से आगे जहाँ फ्लाईओवर का रैम्प खत्म होता है, उसके आगे की सीमा से कटंगी बायपास चौराहे तक की सड़क को एनएचएआई इसी अपग्रेडेशन में एक बार सुधार कर देगा। इसके बाद इस हिस्से की जिम्मेदारी संभावना है कि नगर निगम के पास आएगी। वैसे यह सड़क एमपीआरडीसी के पास थी जिसको एनएचएआई को हाईवे घोषित होने के बाद हस्तांतरित कर दिया गया है। इस पर पूरा प्लान एनएचएआई ही बना रहा है। कटंगी हाईवे चौराहे से दमोहनाका तक की सीमा में इस मार्ग की हालत कई जगह ठीक नहीं है।

बायपास हो जाएँगे बड़े टाउन

जबलपुर से कटंगी और आगे दमाेह तक की सीमा में जितने भी बड़ी तहसीली वाली बस्तियाँ पड़ती हैं उसमें हाईवे के नाॅर्म्स के अनुसार बायपास बना दिए जाएँगे। कटंगी में भी बायपास बनेगा जिससे इस बस्ती या रिहायशी इलाके से जो अभी सड़क गुजरती है वह बाहर से गुजरेगी। बस्तियों को बायपास करने की मुख्य वजह यही है कि मुख्य सड़क के ट्रैफिक पर किसी तरह से असर न हो। यह भविष्य के नजरिए से भी बनाए जाएँगे।

मौजूदा सड़क कुछ ऐसी

दमोहनाका चौराहे से माढ़ोताल तक फोरलेन बदतर हालत में।

उससे आगे की सड़क टूलेन केवल 7 मीटर चौड़ी है।

दमोह तक 100 किलोमीटर के दायरे में सड़क गड्ढों से भरी।

अभी इसकी 24 करोड़ की राशि से मरम्मत की जानी है।

डीपीआर के बाद दिल्ली से अपग्रेडेशन एनओसी मिलेगी।

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