पन्ना: बाकी छह सीटों पर इंतजार, किसी एक सीट पर बदल सकता है कांग्रेस का चेहरा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शारदेय नवरात्र प्रारंभ के साथ रविवार सुबह घोषित हुई कांग्रेस की पहली १४४ नामों की सूची में छिंदवाड़ा-पांढुर्ना जिले की सात सीटों में सिर्फ एक छिंदवाड़ा से कमलनाथ प्रत्याशी घोषित किए हैं। शेष छह सीटों पर अब भी इंतजार है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक छह में से भी अधिकांश पर जिन्हें टिकट दी जानी है उन्हें तैयारियों के लिए कह दिया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि छह में से कोई १ सीट पर पुराने की जगह नया चेहरा देने पर विचार चल रहा है। चौरई और सौंसर सीट में बदलाव की स्थिति बन सकती है। विधानसभा चुनाव में नाम निर्देशन पत्र दाखिले की प्रक्रिया शुरू होने को महज ५ दिनों का समय शेष है। ऐसे में बाकी सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवार घोषित होने की उम्मीदें हैं।
दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे कमलनाथ:
अपने लंबे राजनीतिक जीवन में कमलनाथ ९ बार लोकसभा के लिए चुने गए। वे केंद्रीय मंत्री भी रहे। जबकि २०१८ का विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री बनने के बाद उपचुनाव लड़ा और जीता। अब यह पहला मौका होगा जब वे विधानसभा के आम चुनाव में प्रत्याशी होंगे। छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ माना जाता है।
सातों सीट पर था कांग्रेस का कब्जा:
वर्ष २०१८ के चुनाव में कांग्रेस ने एकतरफा सातों सीट पर कब्जा जमाया था। कांग्रेस के प्रत्याशी लगभग सभी सीट पर बड़े अंतर से जीतकर आए थे। इस लिहाज से कांग्रेस अधिकांश सीटों पर पुराने चेहरों पर ही दांव लगाने के मूड में है। कुछ सीटों पर जरूर कार्यकर्ताओं में नाराजगी बताई जा रही है। इसी के चलते चेहरा बदलने विचार हो रहा है।
भाजपा में चौरई का सस्पेंस गहराता जा रहा:
इधर भाजपा ने पहली सूची में २, दूसरी में ३ और तीसरी सूची में सिंगल एक नाम घोषित किया है। इस तरह जिले की सात में से ६ सीट पर भाजपा उम्मीदवार उतार चुकी है। वहीं चौरई सीट का सस्पेंस खत्म होने के बजाए गहराते जा रहा है। हर दिन इस सीट को लेकर नए समीकरण गढ़े जा रहे हैं। यहां पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे और चौधरी चंद्रभान सिंह के बीच पेंच फंसा बताया जा रहा है। इसके अलावा जातीय समीकरण पर भी चर्चाएं हो रही हैं।