रंगारी में शराब दुकान हटाने ग्रामीण कर रहे गांधीगिरी
रात में दुकान के सामने गा रहे भजन, दिन में शराब लेने वाले लोगों को तिलक लगाकर हो रहा स्वागत
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/सौंसर। सौंसर तहसील के रंगारी गांव में कंपोजिट शराब दुकान हटाने के लिए ग्रामीण दो सप्ताह से चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने सोमवार को तहसील कार्यालय में आंदोलन किया। मंगलवार से गांधीगिरी का फार्मूला अपना लिया है। मंगलवार रात गांव मेें दिंड़ी निकालकर शराब दुकान के सामने बैठकर ग्रामीणों ने भजन कीर्तन किया। बुधवार को सुबह से शाम तक शराब खरीदने आए लोगों को दुकान के सामने तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
आवेदन, निवेदन और आंदोलन के बाद ग्रामीणों ने शराब दुकान को हटाने अब निर्णायक आंदोलन की तैयारी कर ली है। ग्रामीणों का मानना है कि शराबी शराब खरीदने ही नहीं आएंगे तो ठेकेदार को दुकान बंद करनी पड़ेगी। इसी फार्मूले के तहत ग्रामीण यह प्रयास कर रहे हैं कि लोग शराब खरीदने दुकान तक नहीं आए। इसके लिए उग्र विरोध की बजाए शांतिपूर्ण तरीके से दुकान के सामने भजन गायन व शराबियों को तिलक लगाने का काम किया जा रहा है। इस आंदोलन में महिलाएं भी ग्रामीणों का साथ दे रही हैं।
ग्रामीणों को देखकर भागे शराबी
बुधवार की सुबह 9 बजे से ग्रामीण पूजा की थाली लेकर दुकान के सामने पहुंच गए। शराब की बोतल लेकर दुकान से बाहर आने वाले लोगों को तिलक लगाना शुरु कर दिया। ग्रामीणों की एकता के आगे शराबी इस स्वागत से शर्मिंदगी महूसस करने लगे। दोपहर बाद दुकान तक आने वाले शराबी ग्रामीणों को देखकर भाग खड़े हुए। जानकारी के अनुसार आज शराब दुकान की बिक्री काफी प्रभावित हुई है।
गांव में चल रहा नशामुक्ति अभियान
वरिष्ठ नेता भागवत महाजन बताते हंै कि रंगारी आध्यात्मिक विचारधारा का गांव है। यहां लंबे समय से नशा मुक्ति अभियान चल रहा है। गांव में शराब दुकान खुलने से ग्रामीण आक्रोशित हंै। इसे बंद करने के लिए किए जा रहे आवेदन, निवेदन व आंदोलन के बाद भी प्रशासन नहीं जागा। इसलिए विरोध का यह तरीका अपनाया गया है।
इनका कहना है
गांव में शराब की कंपोजिट दुकान विभाग के तय मापदंडों के तहत खोली गई है। ग्रामीणों के विरोध के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो इस पर नजर रखी जा रही है।
-जीएल मरावी, एडीओ आबकारी विभाग