ऐसा पहली बार...घर-घर विराजे भगवान झूलेलाल
संत के आव्हान पर सिंधी समाज की नई पहल, गणेश प्रतिमा की तर्ज पर हर घर बैठाई भगवान झूलेलाल की प्रतिमा, नौ दिन भगवान की पूजा अर्चना के साथ आज होगा विसर्जन
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा।ऐसा पहली बार हुआ है... एक संत के आव्हान पर सिंधी समाज ने हर घर भगवान झूलेलाल की प्रतिमा स्थापित करते हुए पूजा अर्चना शुरु की है। पूरे सात दिन भगवान झूलेलाल की सेवा करने के बाद आज प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। जिस तरह हिंदू समाज में भगवान श्रीगणेश की पूजा करते हुए पूरे नौ दिन सेवा की जाती है, वैसे ही सिंधी समाज ने इसी वर्ष से भगवान झूलेलाल की प्रतिमा हर घर बैठाने की परंपरा शुरु की है।
सिंधी समाज के आराध्य भगवान श्री झूलेलाल को बैठाने का आव्हान छत्तीसगढ़ बिलासपुर के चकरभाटा निवासी पूज्य संत लालदास सांई ने किया था। संत श्रीसांई के आव्हान पर पूज्य सिंधी पंचायत एवं श्री झूलेलाल सेवा समिति ने इसे संकल्प मानकर सिंधी समाज के प्रत्येक परिवार को अपने-अपने घरों में भगवान श्री झूलेलाल की प्रतिमा स्थापित करने का आव्हान किया। संत समाज की इस पहल को हर परिवार ने माना और अपने-अपने घरों में प्रतिमा स्थापित की। माना जा रहा है कि पहले साल तकरीबन 100 से ज्यादा परिवारों ने भगवान की प्रतिमा अपने घरों में विराजमान की है। नौ दिन सेवा के साथ आज विसर्जन किया जाएगा। जिसमें संपूर्ण सिंधी समाज शोभायात्रा निकालकर भगवान की प्रतिमा का विसर्जन करेगा।
श्री झूलेलाल के 1074 जन्मोत्सव पर शुरु की नई परंपरा
भगवान श्री झूलेलाल का ये 1074 जन्मोत्सव सिंधी समाज द्वारा मनाया जा रहा है। सात दिन तक चलने वाले इस जन्मोत्सव कार्यक्रम में प्रत्येक सिंधी परिवार भगवान झूलेलाल की प्रतिमा स्थापित करते हुए दोनों समय आरती और भगवान झूलेलाल का भजन-कीर्तन करता है। समाज ने हर-हर झूलेलाल, घर-घर झूलेलाल के संकल्प के साथ इस नई परंपरा की शुरुआत इसी साल से शुरु की है।
आज शोभायात्रा के साथ विसर्जन, महाआरती कर निकालेंगे वाहन रैली
सात दिनों तक भगवान की सेवा के बाद आज विशाल शोभायात्रा शहर में निकाली जाएगी। समाज द्वारा भगवान झूलेलाल की महाआरती का आयोजन किया गया है। इसके बाद वाहन रैली भी निकाली जानी है। समाज द्वारा स्थानीय मानसरोवर कॉम्पलेक्स में एक प्याऊ का शुभारंभ किया जाएगा। शोभायात्रा के बाद प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।