पांढुर्णा को जिला बनाने की मुख्यमंत्री की घोषणा के विरोध में सौंसर बंद सफल
रैली निकाली ज्ञापन सौंपा, कहा- सौंसर पांढुरना जिला में शामिल नहीं होगा
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/सौंसर। पांढुर्णा को जिला बनाने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई घोषणा और इसमें सौंसर तहसील को शामिल करने के विरोध में सोमवार को नगर बंद सफल रहा। सौंसर को जिला बनाओ अभियान समिति के नगर बंद के आव्हान पर व्यापारियों के साथ नागरिकों ने भी सहयोग किया। दोपहर में नगर में रैली निकाली और तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। कहा कि सौंसर को पांढुर्णा जिला में शामिल किया जाता है तो इसका विरोध करते हुए उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन में कहा है कि भौगोलिक, आर्थिक, शैक्षणिक, राजनीतिक एवं अन्य दृष्टिकोण से सौंसर ही जिला बनने के लिए उपयुक्त है। फिर भी राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति के लिए पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा की गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ऐसा कर सौंसर के लोगों के साथ अन्याय किया है। सौंसर को पांढुर्णा जिला में शामिल करने के पहले न तो लोगों का अभीमत जाना गया है और नहीं राजनीतिक दलों का।
नगर में बंद के दौरान बस स्टैंड पर आने जाने वाले यात्रियों को होटल बंद रहने से समस्याओं का सामना करना पड़ा। सौसर को जिला बनाओ अभियान समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर अंबेडकर, सचिव राजेश गुर्जर ने बताया कि समिति पांढुर्णा को जिला बनाने के विरोध में अपनी आपत्तियां दर्ज कर रही है। नगरीय निकाय एवं अन्य संगठनों द्वारा भी अपने-अपने स्तर पर आपत्तियां दर्ज कर रहे हैं।
....एक मंच पर आए नेता व संगठन
पांढुर्णा को जिला बनाने और इसमें सौंसर को शामिल करने के विरोध में रविवार की रात्रि नगर के गांधी चौक में हुई सभा में सभी राजनीतिक दलों के नेता और संगठनों के कार्यकर्ता एक मंच पर आए और मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा का विरोध किया। सभा में भाजपा के पूर्व विधायक रामराव महले, कांग्रेस विधायक विजय चौरे, नपा के पूर्व अध्यक्ष संजय राठी, अधिवक्ता श्री गोहाडे, दिनेश भकने, अन्य संगठनों से मुरलीधर कामले, संदीप भकने, रत्नमाला पीसे, एन आर बोबडे, दिनेश खडतकर, राजू राठी, अशोक भुसारी उपस्थित थे।