उधर बेटे अजय ने भाजपा ज्वाइन की, इधर पिता पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा
- दिग्विजय सरकार में वे करीब 10 साल केबिनेट मंत्री रहे।
- दीपक सक्सेना पूर्व सीएम कमलनाथ के सबसे विश्वासपात्र माने जाते रहे हैं। वे चार बार कांग्रेस से विधायक रहे।
- 2018 में उन्होंने तत्कालीन सीएम कमलनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ दी थी।
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। चुनाव की दहलीज पर खड़ी कांग्रेस को हर दिन झटके पर झटके मिल रहे हैं। गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपक सक्सेना ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
भोपाल पहुंचे उनके पुत्र अजय सक्सेना ने चार पार्षदों समेत करीब चार सौ कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली। दीपक सक्सेना पूर्व सीएम कमलनाथ के सबसे विश्वासपात्र माने जाते रहे हैं। वे चार बार कांग्रेस से विधायक रहे।
कुल सात बार उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। दिग्विजय सरकार में वे करीब 10 साल केबिनेट मंत्री रहे। वर्ष 2018 में उन्होंने तत्कालीन सीएम कमलनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ दी थी। अब उनके पार्टी से इस्तीफे को कांग्रेस के लिए जोर का झटका समझा जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को प्रेषित इस्तीफे में श्री सक्सेना ने व्यक्तिगत परेशानियों को वजह बताई है। अब चर्चा यह भी चल रही है कि पूर्व मंत्री श्री सक्सेना भी आने वाले दिनों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं।
नंदू, पंकज भी अजय सक्सेना के साथ भाजपा में गए
पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के छोटे बेटे अजय सक्सेना के साथ नगरनिगम छिंदवाड़ा के सभापति चंद्रभान देवरे, कांग्रेस पार्षद दल के नेता पंडित राम शर्मा, पार्षद सुनीता विजय पाटिल, श्रीमती शिवानी बंटी सक्सेना, अभिनव मनोज कुशवाह भाजपा में शामिल हुए।
इनके अलावा पूर्व मंडी अध्यक्ष नंदू सूर्यवंशी, शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पंकज शुक्ला, आसिफ खान बंटी, विनय पांडे, हनी साहू, श्री बुनकर, उपसरपंच गुरैया सिद्धार्थ कराड़े, उपसरपंच रोहनाकला गोलू यादव, महेंद्र छोटू पाल, गौरव चौधरी, रजनीश पांडे, विनोद गढेवाल, लव, कुश ठाकुर, मिलिंद नवघरे, नितिन दीनानाथ ओक्टे, प्रकाश बर्डे, विशाल कराड़े सहित अन्य ने भी भाजपा की ज्वाइन की।