छिंदवाड़ा: नकुल बोले- मैं जा रहा पर बोरिया बिस्तर लेकर आने वाला हूं, अब तीन माह बाद अमरवाड़ा की हमारे सामने चुनौती है
- नकुल बोले- मैं जा रहा पर बोरिया बिस्तर लेकर आने वाला हूं
- यह भी कहा- अब तीन माह बाद अमरवाड़ा की हमारे सामने चुनौती है
- जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओक्टे ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए दिया इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। परिणामों के दूसरे दिन बुधवार सुबह पूर्व सीएम कमलनाथ छिंदवाड़ा पहुंचे। उनकी व पूर्व सांसद नकुलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस ने हार पर मंथन किया। इस बैठक में नकुलनाथ ने लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत व मेहनत से जुटे रहे नेताओं व कार्यकर्ताओं का आभार जताया। श्री नाथ ने कहा कि चुनाव में हार-जीत लगी रहती है, किंतु इससे हमारे पारिवारिक रिश्तों में कभी कोई कमी नहीं आएगी, क्योंकि मैं हमेशा कहता हूं और पुन: दोहरा रहा हूं कि हमारा राजनीतिक नहीं बल्कि पारिवारिक रिश्ता है और आगे भी रहेगा। आज मैं दिल्ली जा रहा हूं लेकिन बोरिया बिस्तर बांधकर नहीं बल्कि बोरी बिस्तार बांधकर वापस छिंदवाड़ा आने के लिए जा रहा हूं। अब तीन माह बाद हमारे सामने अमरवाड़ा विधानसभा की चुनौती है। इस चुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीतेंगे तभी आप सभी की असली जीत होगी। नागपुर रोड स्थित एक होटल में हुई बैठक को बैठक को जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी ने भी संबोधित किया। बैठक में जामई विधायक सुनील उइके, परासिया विधायक सोहन वाल्मीक, पांढुर्ना विधायक निलेश उइके, सौंसर विधायक विजय चौरे, चौरई विधायक सुजीत चौधरी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष किरण चौधरी, शहर कांग्रेस समन्वयक आनंद बक्षी सहित तमाम प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
हम सब मिलकर फिर से संघर्ष कर कांग्रेस को मजबूत करेंगे: कमलनाथ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा की जनता का निर्णय स्वीकारता हूं। मैंने जिले के विकास और जिले को पहचान दिलाने के लिए अपनी जवानी समर्पित कर दी। मैंने विकास के प्रत्येक कार्य कराए चाहे स्किल सेंटर हो या फिर अन्य कार्य, क्या यह बात जनता समझ नहीं पाई या फिर कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता समझा नहीं पाए इस पर मंथन आप सभी को करना है। हमारे संबंध हमेशा बने रहेंगे हम सब मिलकर फिर से कांग्रेस का झंडा उठाकर एकजुट होकर संघर्ष करेंगे और कांग्रेस को मजबूत करने का काम करेंगे। जो लोग तीन सौ-चार सौ पार की बात करते थे, वे ढाई सौ पार नहीं हो पाए हैं। इंडिया गठबंधन के अच्छे परिणाम आए हैं और कांग्रेस की सीटें भी बहुत बड़ी है। इस चुनाव से हमारी भी नई शुरुआत है। मेरा और आपका 45 वर्ष पुराना अटूट संबंध है। मैं पुन: कहता हूं कि मैं अंतिम सास तक छिंदवाड़ा को समर्पित करता हूं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओक्टे ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए दिया इस्तीफा
इधर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे ने लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा सौंप दिया। बताया जा रहा है कि सुबह पूर्व सीएम कमलनाथ के पहुंचते ही उन्होंने शिकारपुर में इस्तीफा सौंप दिया। जिसका जिक्र उन्होंने बैठक में भी किया। हालांकि बाद में कमलनाथ ने उन्हें संकोच न करने व काम में जुटे रहने की बात कही। यह भी कहा जा रहा है कि श्री ओक्टे ने अपनी गाड़ी भी राजीव भवन में लौटा दी।