मां मेरा क्या कसूर, कुलबहरा नदी के पुल के नीचे मिली नवजात
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नागपुर रोड स्थित कुलबहरा नदी पुल के नीचे शुक्रवार दोपहर मिली एक नवजात माने यह पूछ रही थी मां मेरा क्या कसूर... जो मुझे असहाय छोड़ दिया। इसे अमानवीयता की पराकाष्ठा ही कहेंगे कि सात दिन की नवजात को निर्दयी मां ने लावारिस हालत में नदी किनारे छोड़ दिया। गनीमत है कि यहां पूजा करने आए किसी शख्स ने नवजात की किलकारी सुन ली और उसकी जान बच गई।
शुक्रवार शाम लगभग चार बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि कुलबहरा नदी पुल के नीचे एक नवजात पड़ा हुआ है। इस सूचना के बाद डायल-१०० और १०८ एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। १०८ एम्बुलेंस ईएमटी नितेश माहोरे और पायलेट राहुल बंदेवार ने नवजात को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में शिफ्ट कराया। एसएनसीयू में भर्ती कर नवजात को इलाज दिया जा रहा है।
अस्पताल में खुलासा... गुरुवार को जबरन एसएनसीयू से ले गए परिजन-
शुक्रवार शाम लगभग ४ बजे बच्ची को एसएनसीयू लाने पर खुलासा हुआ कि इस बच्ची को गुरुवार को उसकी मां और पिता द्वारा प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने का हवाला देकर जबरन छुट्टी करा लिया गया था। एसएनसीयू प्रभारी डॉ.अंशुल लाम्बा ने स्टाफ के माध्यम से इस मामले की लिखित शिकायत कोतवाली पुलिस को दी है।
२३ जून को जन्मी थी बच्ची-
एसएनसीयू प्रभारी डॉ.अंशुल लाम्बा ने बताया कि जिला अस्पताल में २३ जून को नवजात का जन्म हुआ था। बच्ची कमजोर होने पर उसे एसएनसीयू में भर्ती किया गया था। गुरुवार २९ जून को बच्ची के माता-पिता ने निजी अस्पताल में भर्ती कराने का हवाला देकर बच्ची की छुट्टी करा ली थी। बच्ची का वजन १ किलो ७२५ ग्राम होने की वजह से एसएनसीयू से चिकित्सकों द्वारा बच्ची को छुट्टी नहीं दी गई तो परिजन स्वयं की जिम्मेदारी पर बच्ची को साथ ले गए थे।
क्या कहते हैं अधिकारी-
जिला अस्पताल से बच्ची के परिजनों की जानकारी जुटा ली गई है। नवजात को लावारिस हालत में छोडऩे वाले के खिलाफ कोतवाली में अपराध दर्ज किया जा रहा है।
- प्रियंका पांडे, सीएसपी