छिंदवाड़ा: उज्जवला योजना में फर्जीवाड़ा, गैस एजेंसी संचालक ने बेच दिए भारिया आदिवासियों के सिलेंडर
- उज्जवला योजना में फर्जीवाड़ा, गैस एजेंसी संचालक ने बेच दिए भारिया आदिवासियों के सिलेंडर
- सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की जांच के बाद अपराध दर्ज
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। उज्जवला योजना के तहत हर्रई के भारिया समाज के लोगों को गैस कनेक्शन दिए जाने थे। हर्रई एचपी गैस एजेंसी संचालक व प्रबंधक ने इन हितग्राहियों के नाम से जारी कनेक्शन अन्य लोगों को ब्लैक में बेच दिए और शासन की लाखों रुपए की राशि हजम कर ली। मामला २०१८ का है। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी के आवेदन पर हर्रई पुलिस ने गैस एजेंसी संचालक और प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
एसआई टीडी धार्वे ने बताया कि उज्जवला योजना के तहत गैस एजेंसी के लिए हर्रई के भारिया समाज के कुछ लोगों ने २०१८ में गैस कनेक्शन के लिए हर्रई की गैस एजेंसी में आवेदन किया था। एजेंसी संचालक ने पोर्टल पर इन आवेदनों को एचपी गैस कंपनी को भेज दिया था। कंपनी से ११ लोगों को कनेक्शन देने के आदेश एजेंसी को दिए गए थे, लेकिन एजेंसी संचालक अर्चना नामदेव और प्रबंधक नंदकिशोर साहू ने हितग्राहियों को गैस कनेक्शन देने की बजाए किसी ओर को कनेक्शन दे दिया है और शासन से ३ लाख ४४ हजार १४६ रुपए भी ले ली थी। इस मामले की जांच हर्रई के कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी आलोक काछी ने की थी। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया था। जांच प्रतिवेदन जिला खाद्य अधिकारी को दिया गया था। जिला खाद्य अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन के साथ गैस एजेंसी संचालक और प्रबंधक के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर एजेंसी संचालक अर्चना नामदेव और प्रबंधक नंदकिशोर साहू के खिलाफ धारा ४२०, ३४, पीसी एक्ट की धारा ३/७ के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गैस एजेंसी में १०२ सिलेंडर गायब मिले
हर्रई एचपी गैस एजेंसी अर्चना गैस सर्विस का भौतिक सत्यापन किया गया था। जिसमें ५ किलो के ६६ गैस सिलेंडर और १९ किलो वाले ३६ गैस सिलेंडर कम पाए गए। इस तह केंद्र सरकार से मिली उज्जवला योजना की ३ लाख ४४ हजार १४६ रुपए की राशि का दुरुपयोग किया गया। वहीं एक घरेलू गैस सिलेंडर की वैधता भी समाप्त होना पाया गया।
सीएम हेल्पलाइन में की थी शिकायत-
भारिया समाज के हितग्राहियों को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी। हर्रई के कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी आलोक काछी ने शिकायत की जांच की थी। शिकायत की जांच में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इस आधार पर गैस एजेंसी संचालक और प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।