सूदखोरों से तंग आकर किसान ने की आत्महत्या
- खेत के कोठे में झूला फांसी पर, शव लेकर थाने पहुंचे ग्रामीण, सूदखोरों को पकडऩे मांग उठाई
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/सौंसर। सौंसर थाना अंतर्गत ग्राम निमनी में एक किसान द्वारा सूदखोरों की प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। रविवार की सुबह किसान आंनदराव ठाकरे 48 वर्ष ठेके पर लिए गए खेत के कोठे में गले में रस्सी बांध कर फांसी पर झूल गया। सुबह खेत जाने वाले किसानों ने आंनदराव के कोठे में फांसी पर झूला देख पुलिस को सूचना दी। मौक पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया और मर्ग कायम किया।
किसान आनंदराव ने फांसी पर झूलने के पहले लिखे सुसाइड नोट में 6 सूदखोरों के नाम व मोबाइल नबंर का उल्लेख किया है। इन सुदखोरों के दबाव व धमकियों से तंग आकर उनसे बचाव के लिए किसान आनंद स्थानीय एक युवा नेता से भी मिला था। इस नेता ने किसान को पुलिस में सूचना देने को कहा था।किसान के आत्महत्या करने की घटना को लेकर गांवों में सुदखोरों और इनको सरंक्षण देने वालों के खिलाफ आक्रोश जताया जा रहा है। किसान के आत्महत्या से गांव में मातम छाया हुआ है। ग्रामीण मांग कर रहे है कि किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले सुदखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएं।
यह लिखा है सुसाइड नोट्स में .....
डेढ़ पेज के सुसाइड नोट में किसान ने 6 सूदखोरों का उल्लेख करते हुए लिखा है कि इन सूदखोरों ने उससे 10 प्रतिशत व 7 प्रतिशत से ब्याज से रूपया वसूलते थे। इन सूदखोरों ने मुलधन से कई गुना राशि ब्याज के नाम पर वसूल ली है। इस कारण मेरी खेती और प्लाट बिक गया। सूदखोरों को ब्याज का रुपया देने मकान फाइनेंस कंपनी के पास गिरवी रखा है। इसके अलावा मैने बैंक से भी कर्जा लेकर सूदखोरों को ब्याज का रुपया दिया है। सूदखोर कर्ज की राशि वसूल करने निंरतर दबाव बनाते थे, यहां तक की मारने पीटने की धमकी भी देते थे। सूदखोरों के ज्यादा ब्याज वसूली में मेरा खेत, प्लाट बिक गया, मकान एक फाइनेंस कंपनी के पास गिरवी रखा हुआ है। सूदखोरों से तंग आकर इससे बचाव के लिए मैने एक युवा नेता से संपर्क किया। उस नेता ने मुझे पुलिस को शिकायत करने को कहा। मैने इन सूदखोरों को पुलिस को सूचना देने की बात की तो उल्टा उन्होंने मुझे मारने पिटने यहां तक की जान से मारने की धमकी दे रहे थे। सुदखोरों से तंग आकर मैने परिवार के सदस्यों को खत्म कर आत्महत्या करना सोचा था लेकिन ऐसा नहीं कर पाया और खुद ही आत्महत्या का निर्णय लिया। किसान से नोट्स में अंत में यह भी लिखा है कि सूदखोरों ने ब्याज के नाम में ज्यादा रुपया वसूला है उसे सूदखोरों से वसूल कर मेरे परिवार को दिया जाए। प्लाट व मकान गिरवी रखा है वह मेरे बेटा व बेटी के लिए लौटाने की कृपा करे।
वायरल हो रहा सूसाइड नोट्स....
किसान के आत्महत्या करने के बाद सूसाइड नोट्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोगों की ओर से मांग उठाई जा रही है कि संबंधित सूदखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
ग्रामीण शव लेकर थाना पहुंचे...
फांसी के फंदे पर झूले किसान आनंद राव ठाकरे का सिविल अस्पताल में पीएम होने के बाद ग्रामीण शव लेकर सौसर थाना प्रांगण में पहुंचे। थाने के सामने शव रखकर ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि सुसाइड नोट में लिखे गए सूदखोरों को पकड़ कर थाने में लाया जाए। उन पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए। थाने में ग्रामीण सूदखोरों के खिलाफ जमकर आकर्षित कर रहे हैं। थाने में तनाव की स्थिति बनी है। एसडीओपी टीवीएस नागर, तहसीलदार भावना मालगाम थाने पहुंचे, वे ग्रामीणों से चर्चा कर रहे हैं।
किसान के पास सूसाइड नोट्स मिला है। मर्ग कायम कर शव का पीएम कर परिवार को सौंपा है। सूसाइड नोट्स के आधार पर मामले की जांच शुरू की जाएगी।
- जितेंद्र यादव टीआई सौंसर