बेेखौफ खनन माफिया,अवैध उत्खनन रोकने पर खनिज टीम पर हमला
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/चौरई. अवैध उत्खनन रोकने पहुंची खनिज टीम पर सोमवार देर रात ठेकेदार के गुर्गों ने हमला बोल दिया। खनिज अधिकारियों के साथ गाली-गलौच करते हुए सुपरवाइजर सहित अन्य लोगों ने गाड़ी में तोडफ़ोड़ कर दी। खनिज निरीक्षक जैसे-तैसे घटनास्थल से निकलकर चौरई थाने पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए मामला जांच में लिया है। घटना चौरई विकासखंड के भुतेरा गांव की है।
जानकारी के मुताबिक ग्वालियर की श्रीराम कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा माचागोरा डेम में सीसी रोड का निर्माण किया जा रहा है। कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा भुतेरा गांव की पहाड़ी से अवैध मुरम निकाली जा रही थी। शिकायत पर खनिज विभाग का अमला सोमवार देर शाम यहां पर कार्रवाई करने के लिए पहुंचा। इस दौरान अनुमति संबंधित कागजात दिखाने की बजाय ठेकेदार के सुपरवाइजर प्रदीप शर्मा ने खनिज निरीक्षकों के साथ गाली-गलौच शुरु कर दी। विवाद इतना बढ़ा कि सुपरवाइजर के साथ शामिल अन्य दो लोगों ने गाड़ी की हेडलाइट तक तोड़ डाली। खनिज टीम जैसे-तैसे मौके से निकल पाई। देर रात खनिज निरीक्षक स्नेहलता ठवरे की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी सुपरवाइजर प्रदीप शर्मा पर आईपीसी की धारा 294,353,186,427,34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
वाहन जब्ती को लेकर किया विवाद
वाहन जब्ती को लेकर सुपरवाइजर ने खनिज टीम के साथ विवाद किया। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के बाद खनिज टीम ने मौके पर अवैध उत्खनन कर रहे पोकलेन मशीन , हाईवा क्रमांक एमपी 07 जेएफ 1394, डंपर क्रमांक एमपी 07 एचबी 5824, ट्रेक्टर ट्राली क्रमांक एमपी 16 एडी 7138, ट्रेक्टर ट्राली क्रमांक एमपी 28 एए 9425, ट्रेक्टर ट्राली क्रमांक एमपी 28 एए 4137 वाहन की जब्ती बनानी चाहिए, लेकिन सुपरवाइजर जब्ती बनाने नहीं दे रहे थे।
स्थानीय निवासी लंबे समय से कर रहे थे शिकायत
भुतेरा में जारी अवैध उत्खनन की शिकायत स्थानीय निवासी लंबे समय से कर रहे थे, लेकिन इसके बाद भी खनिज टीम यहां कार्रवाई के लिए नहीं पहुंच पा रही थी। बताया जा रहा है दो महीने से भी ज्यादा समय से यहां अवैध उत्खनन जारी था। सरकारी पहाड़ी को खोदकर यहां से निकलने वाली मुरम को रोड निर्माण में लगाया जा रहा था। ग्रामीण विरोध कर रहे थे, लेकिन ठेकेदार के गुर्गों की गुंडागर्दी और दबंगई के चलते कार्रवाई नहीं हो पा रही थी।
नहीं ली थी उत्खनन की अनुमति
जांच में सामने आया है कि ठेकेदार द्वारा उत्खनन की कोई अनुमति खनिज विभाग से हासिल नहीं की गई थी। बिना अनुमति के ही सरकारी जमीन से अवैध उत्खनन कर मुरम निकाली जा रही थी। मौके पर अवैध उत्खनन के निशान साफ देखे जा सकते हैं।
देर रात तक भी नहीं हुई गिरफ्तारी
खनिज निरीक्षकों के साथ गाली-गलौच करने वाले सुपरवाइजर सहित अन्य दो लोगों की देर रात तक भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वहीं जिला खनिज अधिकारी भी इस मामले में ज्यादा कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रशासन की चुप्पी बनी हुई है।
इनका कहना है...
- शिकायत पर तत्काल ही मामला दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश में पुलिस ने उनके कैम्प में दबिश दी, लेकिन आरोपी वहां मौजूद नहीं थे।
-शशि विश्वकर्मा
थाना प्रभारी, चौरई