डिलेवरी पाइंट मामला, सीएमएचओ ने बीएमओ को थमाया नोटिस, दिए जांच के आदेश
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। लिंगा डिलेवरी पाइंट में मंगलवार रात ताला लगा होने से लगभग तीन घंटे तक गर्भवती अस्पताल के सामने तड़पती रही। इस मामले को गंभीरता से लेकर सीएमएचओ डॉ.जीसी चौरसिया ने मोहखेड़ बीएमओ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वहीं मामले की जांच के आदेश दिए है। जांच में लापरवाही सामने आने पर संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल सरोरा निवासी गोमती पति अनिल ग्यारेकर को प्रसव पीड़ा के चलते परिजनों ने लिंगा डिलेवरी पाइंट लाया था। गेट पर ताला लगा होने से गर्भवती लगभग तीन घंटे तक अस्पताल के बाहर प्रसव पीड़ा से तड़पती रही। इस मामले में सीएमएचओ डॉ.जीसी चौरसिया कहना है कि रात के वक्त हर डिलेवरी पाइंट पर स्टाफ की ड्यूटी होती है। लिंगा डिलेवरी पाइंट में घोर लापरवाही बरती गई है। मोहखेड़ बीएमओ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इसके अलावा मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
एमओ ने चौकीदार को थमाया नोटिस-
लिंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सा अधिकारी ने अस्पताल के चौकीदार आशीष राजपूत को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। चौकीदार आशीष राजपूत २० जून की रात अस्पताल से अनुपस्थित थे। जिसकी वजह से गर्भवती महिला को परेशान होना पड़ा। एमओ ने स्पष्ट किया है कि जवाब संतोषजनक न होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
टीम को भी नहीं मिला था स्टाफ-
इसके पूर्व १७ जून की रात डीएचओ, डीपीएम और बीपीएम की टीम ने लिंगा डिलेवरी पाइंट का औचक निरीक्षण किया था। उस वक्त भी अस्पताल में स्टाफ नहीं मिला था। अधिकारियों द्वारा लगातार हिदायत देने के बाद भी स्टाफ लापरवाही बरत रहा है।