नपा चांदामेटा से एक करोड़ रुपए लेनेे ठेकेदार ने ठोंका मुकदमा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/परासिया. कोयलांचल की नगर परिषद चांदामेटा द्वारा जल आवर्धन योजना के तहत हुए कार्य का पूर्ण भुगतान नहीं करने पर कांट्रेक्टर ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। वहीं उच्च न्यायालय नागपुर ने चांदामेटा सीएमओ से पूछा है कि कांट्रेक्टर की एक करोड़ रुपए बकाया राशि कैसे अदा करोगे। इसके लिए नगर प्रशासन को एक माह का समय दिया गया है। कांट्रेक्टर का लगभग एक करोड़ रुपए से अधिक राशि भुगतान बताया है। जिसको लेकर नगर प्रशासन लम्बे समय से टाल मटौली करने पर मामला न्यायालय में पहुंचा है।
चांदामेटा जल आवर्धन योजना का कार्य मेसर्स प्रीतिपाल सिंह कंस्ट्रक्शन नागपुर ने हासिल किया। जिसे लगभग 17 करोड़ की इस कार्ययोजना में लगभग एक करोड़ राशि भुगतान शेष है। मामला पिछली परिषद के कार्यकाल से संबंधित है। शासन भी भेदभाव का नप को प्रयास राशि नहीं दे रही है। सडक़ निर्माण कार्य हेतू 5 करोड़ रुपए की स्वीकृति है, किन्तु 3.50 करोड़ रुपए ही भुगतान मिला।
नप प्रशासन का खाता खाली, भुगतान हुआ मुश्किल :
नप प्रशासन का खाता खाली है। दो माह से कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं हुआ, इस बार डीजल भी क्रेडिट पर देने से सप्लायर ने इंकार कर दिया है। बिजली बिल 8 लाख रुपए काटकर शासन ने भुगतान किया है। शासन से मिलने वाली चुंगी क्षतिपूर्ति राशि में 7 हजार रुपए कटता है। इस बार मात्र 11 लाख रुपए ही मिले हैं। प्रतिमाह 30 लाख रुपए अनिवार्य सेवा कार्य में खर्च होते हैं। नप के 2८ स्थाई, 82 अस्थाई कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने प्रतिमाह लगभग 22 लाख रुपए लगते हैं।
इनका कहना है--
नगर परिषद चांदामेटा के अध्यक्ष गोविंद बजोलिया कहते हैं कि अन्य मद की राशि को समायोजित कर कर्मचारियों के वेतन भुगतान की व्यवस्था बना रहे हैं। नगर प्रशासन के बेहतर संचालन हेतू शासन को 2 करोड़ रुपए अनुदान पाने प्रस्ताव भेजा है।
प्रभारी सीएमओ अजय ठाकरे कहते हैं कि शासन से राशि नहीं मिलने पर नप प्रशासन द्वारा कांटेक्टर को उसकी शेष राशि का भुगतान नहीं हो सका। एमएसईबी कोर्ट ने कांटेक्टर को उसकी राशि कैसे भुगतान करेंगे, इसका प्लान चार्ट लेकर अगली पेशी 27 जून को प्रस्तुत होने आदेशित किया है।