कुकड़ीखापा हादसे में बड़ी लापरवाही, बिना इंजीनियर के बना रहे थे स्टाप डेम की रिटर्निंग वॉल
कुकड़ीखापा में स्टाप डेम की रिटर्निंग वॉल गिरने और तीन की मौत के मामले में बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्टाप डेम की रिटर्निंग वॉल का पुनर्निर्माण कार्य रिलायंस फाउंडेशन ने नॉन टेक्निकल स्वयंसेवी संस्था जनमंगल संस्थान को दे दिया। जनमंगल संस्थान ने बिना इंजीनियर ठेकेदार और मजदूरों के जरिए नई रिटर्निंग वॉल का निर्माण शुरू करा दिया। पुरानी जर्जर हो चुकी रिटर्निंग वॉल को हटाए बिना ही नई वॉल खड़ी की जाने लगी। लापरवाही ऐसी कि जर्जर रिटर्निंग वॉल पर मलबा डाल दिया गया। जिसका दबाव जर्जर रिटर्निंग वॉल सहन नहीं कर पाई और तीन मजदूरों की मौत का कारण बन गई। खास बात यह है कि स्टाप डेम में रिटर्निंग वॉल के निर्माण में ग्राम पंचायत की शर्तों का पालन भी नहीं किया गया। पुलिस की जांच सामने आया कि ग्राम पंचायत ने ग्राम सभा कर पुरानी रिटर्निंग वॉल से बीस फीट दूर नई रिटर्निंग वॉल बनाने की सहमति दी थी। जबकि जनमंगल संस्थान पुरानी वॉल के पास ही नई वॉल बना रहा था। उमरानाला चौकी प्रभारी एकता सोनी ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने जनमंगल संस्थान के संचालक महेन्द्र खरे, रिलायंस फाउंडेशन के डिस्ट्रिक कोऑर्डिनेटर निलेश जैन, ठेकेदार वसीम खान, रिलायंस फाउंडेशन के एक्सटेंशन वर्कर संदीप चरपे के खिलाफ धारा ३०४ ए, ३३७, सार्वजनिक नुकसान निवारण अधिनियम की धारा १९८४ की धारा ३,४ के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जानिए... पुलिस जांच के अनुसार किसकी क्या लापरवाही
ञ्च रिलायंस फाउंडेशन ने सामाजिक कार्य के तहत अपने स्टाप डेम के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया, लेकिन निर्माण कार्य नॉन टेक्निकल संस्था जन मंगल संस्थान को दे दिया। फाउंडेशन ने एक्सटेंशन वर्कर संदीप चरपे को नियुक्त किया फिर भी लापरवाही पूर्ण कार्य किया गया।
ञ्च जनमंगल संस्थान ने अपने हाथों में निर्माण कार्य तो ले लिया, लेकिन बिना इंजीनियर रखे या तकनीकी विशेषज्ञों से ड्राइंग डिजाइन एप्रूव्ड कराए बिना ठेकेदार और मजदूरों के भरोसे निर्माण शुरू करा दिया। पुलिस जांच के अनुसार डायरेक्टर महेन्द्र खरे ने एक बार भी मौके पर जाकर कार्य नहीं देखा।
ञ्च उक्त तकनीकी कार्य में सुरक्षा को लेकर भी बड़ी चूक की गई। जनमंगल संस्थान और ठेकेदार ने सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा। पुरानी जर्जर रिटर्निंग वॉल के पास ही मलबा भर दिया। जिससे रिटर्निंग वॉल गिरी और चार मजदूर उसमें दब गए।
ञ्च ग्राम पंचायत ने भी मामले में गंभीरता नहीं बरती। जानकारों के अनुसार ग्राम पंचायत खुद ही एजेंसी होती तो ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं विभाग के इंजीनियर के मार्गदर्शन में स्टाप डेम की रिटर्निंग वॉल का निर्माण तकनीकी मापदंडों और सुरक्षात्मक ढंग से कराया जा सकता था।