स्मॉल होल्डर पोल्ट्री स्कीम में २ करोड़ के गबन का आरोप
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने केंद्र सरकार ने स्मॉल होल्डर पोल्ट्री स्कीम तीन साल पहले शुरु की थी। जिसमें अब तक १३० हितग्राहियों को १०० प्रतिशत अनुदान के साथ शेड व मुर्गी का वितरण किया जा चुका है। इसी योजना को लेकर बुधवार को संयुक्त पार्टी संगठन ने २ करोड़ से ज्यादा के गबन का आरोप लगाते हुए सीएम के नाम ज्ञापन प्रेषित किया है।
जानकारी अनुसार संयुक्त क्रांति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्रीचंद चौरिया सहित अन्य पदाधिकारियों ने सीएम के नाम कलेक्ट्रेट में ज्ञापन प्रेषित करते हुए बताया कि तामिया सहित जिले में स्मॉल होल्डर पोल्ट्री स्कीम के तहत १५० हितग्राहियों को १ लाख ८० हजार रुपए के हिसाब से २ करोड़ ७० लाख रुपए का वितरण किया जाना था। जिसमें शेड बनाने के साथ मुर्गियां उपलब्ध कराई जानी थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, उप संचालक पशुपालन पर गबन का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की गई है।
तामिया छोड़ सभी जगह बांटी मुर्गियां
विभागीय जानकारी अनुसार १०० प्रतिशत अनुदान स्कीम के तहत भोपाल की ठेका कंपनी जॉनसन इंटर प्राइजेज ने मोहखेड़, सौंसर, पांढुर्ना, हर्रई, अमरवाड़ा और चौरई में शेड बनाने के साथ मुर्गियां बांटी थीं। इसके बाद दाना दिया गया, अंडे खरीदे गए थे। अब हितग्राही पोल्ट्री खुद संचालित कर रहे हैं।
सीधी-बात
डॉ एचजीएस पक्षवार, उपसंचालक
सवाल: कितने हितग्राहियों को योजना का लाभ नहीं मिला
जवाब: तामिया के २० हितग्राहियों को छोडक़र जिले के अन्य ब्लॉक के १३० हितग्राहियों को लाभ दिया जा चुका है। शेष हितग्राहियों के लिए भी ठेका कंपनी ने मुर्गियां उपलब्ध करा दी हैं, जल्द वितरित की जाएगी।
सवाल: आप पर गबन के आरोप लगे हैं, क्या सही हैं।
जवाब: केंद्र सरकारी इस योजना के तहत चयनित हितग्राहियों के साथ एक चिकित्सक का ज्वाइंट खाता खुला है। दोनों में से कोई एक भी अपनी मर्जी से पैसा नहीं निकाल सकता। इसीलिए यह सारे आरोप बेबुनियाद हैं।
सवाल: तामिया के हितग्राहियों को लाभ क्यों नहीं मिल पाया
जवाब: संबंधित ठेका कंपनी मुर्गियां उपलब्ध कराती है, इसके बाद हितग्राहियों को वितरित किया जाता है। हाल ही में ठेका कंपनी ने मुर्गियां सप्लाई की है, अब उन्हें बांटने का काम शुरु हुआ है।