छिंदवाड़ा: सगी बहनों सहित ६ साधक लेंगे जैनेश्वरी दीक्षा, १६ वर्षीय बाल ब्रम्हचारी प्रिंस भैया भी बनेंगे मुनि
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। परिग्रह की चिंता को छोड़, निज के ङ्क्षचतन को चल पड़े छह साधक...। छिंदवाड़ा के इतिहास में पहली बार साधकों की जैनेश्वरी दीक्षा होने जा रही है। चार राज्यों के छह साधकों को आचार्यश्री विभव सागर जी महाराज जैनेश्वरी दीक्षा देंगे। खास बात यह है कि जैनेश्वरी दीक्षा लेने वालों में दो सगी बहनें भी शामिल हैं। इसके साथ ही महज १६ वर्ष की आयु में बाल ब्रम्हचारी प्रिंस भैया भी मुनि दीक्षा लेने जा रहे हैं। छिंदवाड़ा में आगामी २५ अक्टूबर को जैनेश्वरी दीक्षा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
२५ को आयोजित होगा जैनेश्वरी दीक्षा महेात्सव:-
छिंदवाड़ा नगर के इतिहास में प्रथम बार जैनेश्वरी दीक्षा महोत्सव आयोजित होने जा रहा है। इसमें आचार्यश्री विभव सागर जी महाराज ६ साधकों को जैनेश्वरी दीक्षा देंगे। आचार्य विभव सागर जी महाराज ने बताया कि भारतभूमि ऋषि-मुनियों की भूमि है। विश्व के सभी देशों में एकमात्र भारत को धर्म प्रधान देश बताया जाता है। दिगंबर साधु धन-संपत्ति सहित सब कुछ त्याग करते हैं और जीव दया के लिए मात्र पिच्छिका, शुद्धि के लिए कमंडल और अध्ययन के लिए शास्त्र रखते हैं। उन्होंने बताया कि जैनेश्वरी दीक्षा महोत्सव २५ अक्टूबर को सुबह १०.३१ बजे से श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ऋषभ नगर गुलाबरा में आयोजित होगा।
हल्दी-मेंहदी की रस्म हुई, आज निकलेगी बिनौली:-
जैनेश्वरी दीक्षा महोत्सव के अंतर्गत रविवार को हल्दी, मेंहदी की रस्म और संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसी क्रम में आज दोपहर में बनौली (शोभायात्रा) का आयोजन किया गया है। २४ अक्टूबर को गोदभराई, भजन संध्या का आयोजन होगा। २५ अक्टूबर को सुबह ४ बजे केशलोंच समारोह होगा। इसके पश्चात सुबह १०.३१ बजे से जैनेश्वरी दीक्षा महोत्सव प्रारंभ हेागा।
यह साधक वैराग्य पथ पर हो रहे अग्रसर-
१. ब्रम्हचारी कस्तूरचंद जैन, सागर
जन्म-३ मार्च १९४८
ब्रम्हचर्य व्रत-२००३
२. बाल ब्रम्हचारी संयम भैया, छत्तीसगढ़
जन्म-६ मई २००४
ब्रम्हचर्य व्रत-२०२२
३.बाल ब्रम्हचारी प्रिंस भैया
जन्म-१३ सितंबर २००७
ब्रम्हचर्य व्रत-२०२१
४.डॉ. कमलेशचंद्र जैन, इंदौर
जन्म-१ अगस्त १९६०
संघ प्रवेश-३ अप्रैल २०२३
५. बाल ब्रम्हचारिणी आरती दीदी, मंडीदीप
जन्म-५अक्टूबर १९९२
प्रतिमा-२ (२०२२)
६.ब्रम्हचारिणी रोशनी दीदी, मंडीदीप
जन्म १४ नवंबर १९९८
ब्रम्हचर्य व्रत-२०१५