कैंडल मार्च: बस हादसे के मृतकों के रिश्तेदारों का वर्धा में आंदोलन
- सिंदखेड़ राजा के नागरिकों ने घटनास्थल पर मोमबत्ती जलाकर दी श्रद्धांजलि
- 25 यात्रियों की गई थी जान
डिजिटल डेस्क, सिंदखेड़ राजा। बुलढाणा जिले के सिंदखेड़ राजा के पास पिंपलखुटा में हुए बस हादसे को पांच माह बीत चुके हैं, लेकिन अब तक सरकार से कोई मदद नहीं मिलने पर मृतकों के परिजन ने वर्धा में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आंदोलन के समर्थन में अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद के तहसील अध्यक्ष, एड संदीप मेहेत्रे, शेख यासीन, बुद्धू चौधरी, शेख समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्ता दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और पच्चीस मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विशेष रूप से सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर पहुंचने वालों को और वर्धा में मृत व्यक्तियों के परिजनों को सरकार की सहमति के अनुरूप तत्काल सहायता के लिए चल रहे आंदोलन को जन समर्थन मिला है। १ जुलाई को समृद्धि हाईवे पर एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसमें आग लग गई।
इस हादसे में 25 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस भयानक घटना से महाराष्ट्र हिल गया। इस हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजनों को अब तक सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली है। इसी पृष्ठभूमि में सरकार को जगाने के लिए समृद्धि दुर्घटनास्थल पर एक अनोखा आंदोलन किया गया। दुर्घटना में मृत २५ यात्रियों के परिजनों को हादसे के बाद सरकार ने आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। हालांकि, घटना के साढ़े पांच महीने बाद भी मृतकों के परिजनों को कोई मदद नहीं मिली। पांच माह बीत जाने के बाद भी मदद नहीं मिलने पर मृतकों के परिजनों ने वर्धा में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस आंदोलन के समर्थन में और सरकार को स्मरण दिलाने के लिए सिंदखेड राजा क्षेत्र के नागरिकों ने मंगलवार को समृद्धि राजमार्ग पर दुर्घटना स्थल पर २५ मोमबत्तियां जलाईं। इस अनोखे विरोध प्रदर्शन के लिए इलाके के नागरिक बड़ी संख्या में दुर्घटनास्थल पर एकत्र हुए थे।