यूनाइटेड पेंशन स्कीम: काली पट्टी बांधकर यूपीएस का विरोध करें
- पुरानी पेंशन की मांग को नजरअंदाज कर सरकार ने "यूनाइटेड पेंशन स्कीम" लाने का निर्णय लिया।
- प्रदेश अध्यक्ष परमानंद डेहरिया और अन्य पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से 6 सितंबर तक विरोध जारी रखने की अपील की है।
- इस नई पेंशन योजना में कर्मचारियों के जमा लाखों रुपए वापस नहीं मिलने का प्रावधान है, जिससे देशभर के कर्मचारी असहमत हैं।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश भर के करोड़ कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की मांग को नजरअंदाज कर सरकार द्वारा यूनाइटेड पेंशन स्कीम लघु करने का निर्णय लिया गया जिसमें कर्मचारियों के जमा लाखों रुपए वापस नहीं मिलने का प्रावधान सहित अनेक बिंदुओं पर देशभर का कर्मचारी नई पेंशन नीति से असहमत है।
एनएमओपीएस मध्य प्रदेश के मीडिया प्रभारी हीरानंद नरवरिया ने बताया कि शासन की घोषणा के पश्चात नीतिका अध्ययन करने पर अस्मत होकर राष्ट्रीय कार्य समिति ने राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में देश भर में 2 से 6 सितंबर तक काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया।
यूनाइटेड पेंशन स्कीम में भी एनपीएस की तरह कर्मचारी का 10% और सरकार की और से बड़े पैमाने पर राशि जमा होती है। सेवानिवृत्ति पर कर्मचारियों को उसकी एवं शासन की जमा राशि का भुगतान भी नहीं किया जाएगा और अनेक कर्मचारी विरोधी बिंदुओं पर कर्मचारियों का विरोध है।
प्रदेश अध्यक्ष परमानंद डेहरिया,वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष शेख मोहम्मद हनीफ, सुषमा खेमसरा के पदाधिकारीयों ने निरंतर 6 सितंबर तक काली पट्टी बांधकर कार्य करने की अपिल की है।