भोपाल: डीआरए ट्रेनिंग के लिए आईसेक्ट को मिली मान्यता
डिजिटल डेस्क, भोपाल। उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण एवं फाइनेंशियल इंक्लूजन के क्षेत्र में कार्यरत देश के प्रतिष्ठित सामाजिक उद्यम आईसेक्ट को डेब्ट रिकवरी एजेंट (डीआरए) की ट्रेनिंग प्रदाता के रूप में इंडियन इंस्टिट्यू ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस द्वारा अधिकृत किया गया है। इसके तहत आईसेक्ट डेब्ट रिकवरी एजेंट्स के लिए प्रशिक्षण का आयोजन कर सकेगा। इसके तहत आईसेक्ट 50 घंटे और 100 घंटे के मॉड्यूल में प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
आईसेक्ट एफआई के हैड अनुराग गुप्ता ने बताया कि इसके तहत ग्रेजुएट्स 50 घंटे और अंडरग्रेजुएट्स 100 घंटे के मॉड्यूल में प्रशिक्षण ले सकेंगे। इस प्रशिक्षण में रिकवरी और कलेक्शन के मूलभूत कार्यों से अवगत कराते हुए इससे जुड़े सिद्धांतों से अवगत कराया जाएगा। इसके अलावा प्रतिभागियों को लोन, अग्रिम, दस्तावेजीकरण, एसेट वर्गीकरण, लोन रिकवरी, सॉफ्ट स्किल्स, लीगल और रेगुलेटरी फ्रेमवर्क, फेयर प्रेक्टिसेस कोड इत्यादि से संबंधित विस्तृत जानकारियां प्रदान की जाएंगी। साथ ही उन्होंने बताया कि आरबीआई की गाइडलाइन्स के अनुसार डीआरए सर्टिफिकेशन फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन और एनबीएफसी में डेब्ट रिकवरी एजेंट के रूप में कार्य करने के लिए आवश्यक है। इससे प्रतिभागी अपने लिए रोजगार के नए द्वार खोल सकते हैं। साथ ही वित्तीय क्षेत्र को स्किल्ड मैनपॉवर प्राप्त करने मे भी मदद मिलेगी।
आईसेक्ट को डेब्ट रिकवरी एजेंट (डीआरए) की ट्रेनिंग प्रदाता के रूप में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस द्वारा अधिकृत किए जाने पर आईसेक्ट एफआई टीम को निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने बधाई दी और कहा कि फाइनेंशियल इंक्लूजन सेक्टर को डीएरए ट्रेनिंग द्वारा बेहतर वर्कफोर्स प्राप्त करने में मदद मिलेगी और पूरे सेक्टर की ग्रोथ में सहायक होगा।