खौफ: मधुमक्खियों के भय से तीन परिवारों ने छोड़े आवास
- मधुमक्खियों का भय
- तीन परिवारों ने छोड़े आवास
- वन विभाग की अनदेखी से स्वास्थ्य कर्मियों के परिजन भोग रहे वनवास
डिजिटल डेस्क, लाखांदुर (भंडारा)। करोड़ों रुपए खर्च कर ग्रामीण अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए बनाए गए निवासस्थान समस्याओं की चपेट में आ गया है। यहा बढ़ते मधुमक्खियों के हमले बढ़ने लगे तो तीन परिवारों को घर छोड़ना पड़ा। मधुमक्खी के हमले में व्यक्ति को अस्पताल में दाखिल करना पड़ा। फीर भी संबधित विभाग स्वास्थ्य कर्मचारी व उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अनदेखी कर रहा है। शहर के साकोली मार्ग पर विद्युत वितरण केंद्र के पास ग्रामीण अस्पताल कर्मचारी निवासस्थान का वर्ष 1998 में निर्माण किया गया। 22 वर्षों के बाद इस इमारत में स्वास्थ्य कर्मचारी निवास करने के लिए आए। यहा पर कुल नौ परिवार निवास करने लगे। लेकिन निवासस्थान को लेकर कई समस्याएं सामने आने लगी। स्वास्थ्य कर्मचारियों के परिवारों पर मधुमक्खियां हमले करने लगे। पंद्रह दिनों में तीन परिवारों पर मधुमक्खियों ने हमला किया।
इसमें रविंद्र मडावी, दत्तात्रेय फुंडे, रोशन देशमुख को परेशानी हुई। अंतता वह दूसरी जगह पर स्थानांतरित हो गए। वर्तमान में यहा पर गायत्री हुकरे, सुनयना डांगे, निखिल शंभरकर, विकास मोराले, प्रियंका मेश्राम निवास कर रहे है। निवास स्थान की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय, जिला शल्य चिकित्सक, लाखांदुर ग्रामीण अस्पताल के अधीक्षक को लिखित ज्ञापन भी दिया गया। पर समस्याएं हल नहीं हुई। सुरक्षा दीवार नहीं है। खिडकियों की काच फुटी है। आसपास गंदगी व बदबु फैली है। नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाले स्वास्थ्य विभाग के परिवारों पर ही मुसिबतें आयी है।
वरिष्ठों को सूचना दी है
डा. दत्तात्रय ठाकरे, वैद्यकीय अधीक्षक, ग्रामीण अस्पताल, लाखांदुर के मुताबिक कर्मचारियों के निवासस्थान की लिखित शिकायत मिली है। इसे लेकर सार्वजनिक लोक निर्माण विभाग व वरिष्ठों को सूचना दी है।
दिवाली के बाद शुरू होगा काम
रजत अतकरें, सहायक अभियंता के मुताबिक ग्रामीण अस्पताल के कर्मचारियों के निवासस्थान से जुडी समस्याओं की शिकायतें मिली है। तीन लाख रुपए मंजूर हुए है। दिवाली के बाद काम शुरू होगा। जिला नियोजन समिति की अप्रैल माह की सभा में सुरक्षा दीवार, नाली का निर्माण, सिमेंट मार्ग का प्रस्ताव रखा गया। वहीं मधुमक्खियों का विषय उपभोक्ता विभाग का है।