खस्ताहाल: वैनगंगा नदी के नवनिर्मित पुल पर पड़ गया गड्‌ढा, विधानसभा में गूंजा बाघ नदी के जर्जर पुल का मुद्दा

  • नवनिर्मित पुल पर गड्‌ढा पड़ गया
  • बाघ नदी के जर्जर पुल का मुद्दा विधानसभा में उठा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-02 13:41 GMT

डिजिटल डेस्क, तुमसर (भंडारा) तुमसर- गोंदिया राष्ट्रीय महामार्ग पर वैनगंगा नदी के नवनिर्मित पुल के बीचोबीच मार्ग पर एक जगह बड़ा गड्‌ढा होने से इस गड्‌ढे को बुझाने का राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण ने प्रयास किया। इस मार्ग पर बड़े प्रमाण में भारी यातायात होती है। इसलिए पुल के बीचोबीच गड्‌ढा कैसे बना इसकी जांच कर इसकी हमेशा के लिए मरम्मत करने की आवश्यकता है। इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए महाराष्ट्र विधानसभा के वर्तमान सत्र में 29 जून को क्षेत्र के विधायक सहषराम कोरोटे ने भी प्वाइंट ऑफ इंफार्मेशन के माध्यम से सदन में सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि स्टेट हाईवे 335 पर बाघनदी पर लगभग 50 वर्ष पूर्व बनाए गए पुल की यदि मरम्मत के लिए जल्द ही कदम उठाकर इसके पुनर्निर्माण के लिए निधि उपलब्ध नहीं कराई गई, तो इस पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। अब देखना यह है कि राज्य सरकार जनता से सीधे जुड़े इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई करती है और कब करती है? ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी घटना की संभावना को हमेशा के लिए टाला जा सके।

अब तक नहीं हुआ उद्घाटन

इस पुल से याताया शुरू हुए करीब एक से डेढ़ वर्ष की अवधि हो गई है। फिर भी अब तक इस पुल का उद्घाटन नहीं किया गया है। उद्घाटन क्यों नहीं किया गया, इस संदर्भ में किसी को भी जानकारी नहीं है। इस पुल का निर्माण कार्य करते समय नदीतट के बीचोबीच स्थित एक कॉलम झुक गया था। इसके पश्चात वह ढह गया था। इसके बाद विशेषज्ञों ने यहां निरीक्षण कर फिर से सीमेंट के कॉलम का निर्माण किया था। यह पुल भंडारा एवं गोंदिया इन दोनों जिले को जोड़नेवाला पुल है। इस पुल के समान पुराना पुल है। वर्तमान में पुराने पुल से यातायात बंद है। राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण ने इस ओर ध्यान देकर पूरे पुल की जांच करने की आवश्यकता है।

विधानसभा में गूंजा बाघ नदी के जर्जर पुल का मुद्दा

उधर आमगांव-सालेकसा राज्य मार्ग क्र. 335 पर बाघ नदी पर बनाया गया पुल खस्ताहाल हो गया है एवं इसमें जगह-जगह गड्ढे पड़ गए हैं तथा गिट्टियां उखड़कर ऊपर आ गई है। इस मार्ग पर दिन-रात हलके तथा भारी वाहनों का आवागमन जारी रहता है। ऐसे में इस मार्ग पर कभी भी कोई अप्रिय दुर्घटना होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। इस पुल की समस्या की ओर बार-बार लोनिवि का ध्यानाकर्षण किया गया। लेकिन संबंधित विभाग ने अब तक कोई गंभीरता नहीं बरती। जिसके कारण खतरा बरकरार है। हां जिलाधिकारी ने इसकी जानकारी मिलने के बाद इस मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंद लगाने के आदेश दिए थे। लोक निर्माण विभाग ने भी पुल की थोड़ी-बहुत मरम्मत की थी, लेकिन विगत माह से पुल पर बना गड्ढा खतरे की घंटी बजा रहा है। इस पुल से बालाघाट, रावणवाड़ी, बिरसी से कचारगढ़, डोंगरगढ़, रायपुर की ओर महाराष्ट्र मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के नागरिक प्रतिदिन हजारों की संख्या में आना-जाना करते हैं।

इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए महाराष्ट्र विधानसभा के वर्तमान सत्र में 29 जून को क्षेत्र के विधायक सहषराम कोरोटे ने भी प्वाइंट ऑफ इंफार्मेशन के माध्यम से सदन में सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि स्टेट हाईवे 335 पर बाघनदी पर लगभग 50 वर्ष पूर्व बनाए गए पुल की यदि मरम्मत के लिए जल्द ही कदम उठाकर इसके पुनर्निर्माण के लिए निधि उपलब्ध नहीं कराई गई, तो इस पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। अब देखना यह है कि राज्य सरकार जनता से सीधे जुड़े इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई करती है और कब करती है? ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी घटना की संभावना को हमेशा के लिए टाला जा सके।

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