लड़खड़ाई धान खरीदी, जानिए - केंद्रों पर क्यों पड़ा है हजारों किसानों का धान
- ग्रीष्मकाल के धान खरीदी का लक्ष्य पूर्ण
- केंद्रों पर पहुंचने वाले किसानों से खरीदी नहीं की जा रही
- धान की समय पर नहीं बिका, तो आर्थिक संकट गहरा सकता है
डिजिटल डेस्क, भंडारा। जिले में ग्रीष्मकाल के धान खरीदी का लक्ष्य पूर्णहो गया। जिससे अब खरीदी केंद्रों पर पहुंचने वाले किसानों से खरीदी नहीं की जा रही है। 12 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया था। सोमवार तक दस लाख क्विंटल धान खरीदी ली गई, जो धान शुरुआती दौर में केन्द्रों तक पहुंचा, जो बिक गया। ऐसे में अब खरीदी केंद्रों पर पहुंचने वाले किसानों से खरीदी नहीं की जा रही।
किसानों की समस्या को देखते हुए जिला पणन विभाग ने वरिष्ठ स्तर पर खरीदी का लक्ष्य बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। जानकारी के अनुसार जिले में ग्रीष्मकालीन धान खरीदी के लिए कुल 270 धान खरीदी केंद्रों का प्रस्ताव आया था। इसमें कुछ केंद्रों के दस्तावेजों में कमी होने से मंजूरी नहीं मिल पाई थी।
सात तहसीलों के कुल 242 खरीदी केंद्रों पर धान की खरीदी हो रही थी। कुल 12 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया था। केंद्रों को धान खरीदी के क्षेत्र के अनुसार खरीदी का लक्ष्य दिया जाता है। तय लक्ष्य पूर्ण होने से अनेक केन्द्रों पर खरीदी बंद हो चुकी है।
उधर खरीफ मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में किसानों को आगे रुपए की आवश्यकता होगी, लेकिन मौजूदा धान की समय पर नहीं बिका, तो आर्थिक संकट गहरा सकता है।
जल्द शुरू होगी खरीदी
जिला पणन अधिकारी सुधीर पाटील का कहना है कि धान खरीदी का लक्ष्य पूर्ण हुआ है। लक्ष्य बढ़ाने के लिए वरिष्ठ स्तर पर प्रस्ताव भेजा है। सांसद, विधायक, जिलाधिकारी को भी अपील की गई हैं। यदी लक्ष्य बढ़ता है, तो एक दो दिन में खरीदी फिर शुरू हो सकेगी।।