भंडारा : तुमसर के गोंडीटोला तालाब परिसर में मिले चार सारस पक्षी

पक्षियों की हुई गणना

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-19 13:10 GMT

डिजिटल डेस्क,  भंडारा।  पक्षियों की कई प्रजातियां दिन-ब-दिन लुप्त होने की कगार पर है। प्रत्येक वर्ष जून माह के दूसरे सप्ताह में सारस पक्षियों की गणना की जाती है। जिले में इस वर्ष रविवार, 18 जून को हुई सारस पक्षी गणना में चार सारस पक्षी पाए गए। जिले में भंडारा, मोहाड़ी तथा तुमसर तहसील में वैनगंगा नदी तट पर तथा आसपास क्षेत्र में सारस पक्षी पाए जाते हंै। क्षेत्र के 19 गांवों में गणना की गई। तुमसर तहसील के गोंडीटोला तालाब तथा आसपास खेत परिसर में सुबह 6 बजे चार सारस पक्षी मुक्त संचार करते हुए नजर आए। इनमें दो पक्षी आयु में अधिक और दो सारस पक्षी कम आयु वाले नजर आए। यहां बता दें कि भंडारा जिले में वर्ष 2017 से नियमित रूप से सारस गणना शुरू की है। वन विभाग के सेव्ह इकोसिस्टम एंड टाइगर(सीट) भंडारा एवं सेवा संस्था, गोंदिया इस स्वयंसेवी संस्था के तत्वावधान में यह गणना की गई।

संयुक्त तत्वावधान से यह गणना की गई। वर्ष 2017 में तीन सारस पक्षी, वर्ष 2018 में दो, वर्ष 2019 में तीन, वर्ष 2020 में दो, 2021 में दो सारस पक्षी तथा 2022 में तीन सारस पक्षी पाए गए। इस वर्ष यही संख्या बढ़कर चार हो गई है। हाई कोर्ट के आदेशानुसार सारस के संवर्धन के लिए एक रिपोर्ट तैयार की गई है। जिला सारस संवर्धन समिति अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी योगेश कुंभेजकर के नेतृत्व में तथा जिला सारस संवर्धन समिति सचिव उपवन संरक्षक राहुल गवई के मार्गदर्शन में यह सारस गणना की गई। इस सारस गणना के समय जिले के 9 सारस मित्र, 25 स्वयंसेवकों ने सहभाग लिया। गणना में भारतीय प्रशासकीय सेवा अधिकारी अनय नावंदर, मानद वन्यजीव रक्षक शाहिद खान, सहायक वन संरक्षक साकेत शेंडे, वरिष्ठ पक्षी अभ्यासक एवं पूर्व मानद वन्यजीव रक्षक राजकमल जोब, सेवा संस्था गोंदिया के सावन बाहेकर, तुमसर वन परिक्षेत्र अधिकारी सी.जी. रहांगडाले, भंडारा वन परिक्षेत्र अधिकारी संजय मेंढे, नाकाडोंगरी वन परिक्षेत्र अधिकारी मनोज मोहिते एवं सीट संस्था सदस्य के साथ ही भंडारा, तुमसर, जांब कांद्री और नाकाडोंगरी वन परिक्षेत्र के वन कर्मचारियों ने सहयोग किया।

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