जोरदार बारिश: भंडारा जिले के 50 मार्ग बंद, 13 परिवारों को किया स्थानांतरित, उफान पर वैनगंगा

  • वैनगंगा उफनाई, कारधा का पुराना पुल डूबा
  • लाखांदुर तहसील के चार गांवों का संपर्क टूटा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-12 12:17 GMT

डिजिटल डेस्क, भंडारा। जिले में बारिश थम गई लेकिन ऊपरी इलाकों में हुई बारिश से वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कारधा में बुधवार सुबह पुराना पुल नदी के पानी में समा गया। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 247 मीटर ऊपर बढंता जा रहा था। जलजमाव के चलते लाखांदुर तहसील के चार गांवों का संपर्क टूट गया है। जलजमाव के चलते जिले के कुल 50 मार्ग बंद हो गए है। घर में पानी घुसने से भंडारा तहसील के कारधा में चार, गणेशपुर में आठ तथा पवनी तहसील के पवना खुर्द ग्राम के एक परिवार को स्थानांतरित किया गया। जिलाधिकारी संजय कोलते, आपदा प्रबंधन अधिकारी अभिषेक नामदास समेत स्थानीय अधिकारियों ने अलग अलग स्थानों पर भेट देकर स्थिति का जायजा लिया। जिले में 9 व 10 सितंबर को अतिवृष्टी हुई। इसका असर अब दिखाई देने लगा है। बारिश भले ही रुक गई है लेकिन नदी, नालों का जलस्तर बढ़ गया है। जिले के अनेक जलाशय ओवरफ्लो हो गए है। भंडारा के समीप कारधा ग्राम में वैनगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के उपर रहा था। बुधवार को पुरे दिन नदी का जलस्तर बढ़ता रहा है। शाम को 247 मीटर से अधिक स्तर पर वैनगंगा नदी बह रही थी। नदी में आयी बाढ़ से आसपास के नाले भी बहने लगे हंै। भंडारा, तुमसर, मोहाडी, साकोली, लाखनी व लाखांदुर तहसील के कुल 50 मार्ग बंद रहे।

बाढ़ का पानी घरों में भी समा गया। जिससे कारधा के चार परिवार, गणेशपुर के आठ, पवनी तहसील के पवना खुर्द का एक इस तरह से कुल 13 परिवारों को स्थानांतरित किया गया। लगातार होने वाली बारिश से जिले के 42 मकानों को क्षती पहुंची है। जिसमें भंडारा तहसील के नौ तथा लाखांदुर के 33 घरों का समावेश है। बारिश के स्थिति का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी डॉ. संजय कोलते ने अपनी टीम के साथ गणेशपुर, भोजापुर, दवडीपार, बाढ़ की सुरक्षा दीवार, पंप हाऊस, जमनी, टाकली में भेंट दी।

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