कार्रवाई: सेंट्रल जेल उपअधीक्षक कमलाकर मिरासे और जेल अधिकारी राठोड़ निलंबित

घोटाले के कैदी का स्टे पत्र भेजना पड़ा महंगा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-11 09:40 GMT

डिजिटल डेस्क,अमरावती। अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में मुंबई के घोटाले के एक कैदी को वकील की ओर से पत्र लिखकर बाहर भेजा। लेकिन वह स्टे पत्र रहने की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को पता चली। मामले को गंभीरता से लेकर दो दिन पहले मध्यवर्ती कारागृह के उप अधीक्षक कमलाकर मिरासे व राजेंद्र राठोड़ को निलंबित किया गया है। जानकारी के अनुसार अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में मुंबई के करोड़ाें रुपए के घोटाले में कैदियों को अमरावती के मध्यवर्ती कारागृह में रखा गया था। लेकिन उस संबंधित कैदी पर लगाए गए आरोप को वकील की सलाह लेते हुए पत्र तैयार कर उस पर हस्ताक्षर करते हुए जेल अधिकारियों के जरिए सरकार तक भेजा। जिसमें नागपुर के कारागृह के पूर्व विभागीय विशेष महानिरीक्षक के नाम का भी उल्लेख था। लेकिन वह पत्र अंग्रेजी में लिखे रहने से पढ़ा नहीं। स्टे मिलने के लिए वह पत्र जेल के बाहर चालाकी से भेजा गया। लेकिन मामला सामने कारागृह के आईजी जालिंदर सुपेकर के पास पहुंचा। कारनामे का पर्दाफाश होते ही वरिष्ठ अधिकारी के आदेश पर जेल उप अधीक्षक कमलाकर मिरासे और राजेंद्र राठोड़ पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। कुछ कर्मचारियों का संदेह रहने से उनसे पूछताछ भी की जा रही है।

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