सरकारी तेल कंपनियां दे रहीं राहत, पेट्रोल- डीजल के सातवें दिन नहीं बढ़े दाम
चुनाव का असर सरकारी तेल कंपनियां दे रहीं राहत, पेट्रोल- डीजल के सातवें दिन नहीं बढ़े दाम
- अगले साल की शुरुआत में 5 राज्यों में चुनाव
- पहले भी चुनाव के दौरान स्थिर रही थीं कीमतें
- पेट्रोल- डीजल की कीमत में मिल रही है राहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (diesel) की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी के बाद अब एक बार फिर से राहत मिलती नजर आ रही है। हाल ही में केंद्र सरकार और राज्यों की ओर से महीने की शुरुआत में दिए गए टैक्स कटौती के बाद अब कंपनियां जनता को राहत दे रही हैं। भारतीय तेल विपणन कंपनियों (IOC, HPCL BPCL) ने आज (12 नवंबर, शुक्रवार) लगातार सातवें दिन वाहन ईंधन के दाम स्थिर बना रखे हैं।
आपको बता दें कि ये वही तेल कंपनियां हैं, जो देश में रोज सुबह वाहन ईंधन के दाम कच्चे तेल के अनुसार तय करती हैं। सरकार भी इनके फैसले में हस्तक्षेप करने से बचती हुई अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल बाजार का हवाला देती रही है। लेकिन चुनाव आते ही ये कंपनियां अपना नियम तोड़कर लोगों को अचानक राहत देने लगती हैं।
पेटीएम का आईपीओ अब तक 1.33 गुना ओवर सब्सक्राइब हुआ, आधा दिन बाकी
पेट्रोल की कीमत
इंडियन ऑयल (Indian Oil) की वेबसाइट के अनुसार आज देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103.97 रुपए प्रति लीटर हो गई है। वहीं आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 109.98 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है। बात करें कोलकाता की तो यहां एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको 104.67 रुपए चुकाना होंगे। जबकि चैन्नई में पेट्रोल 101.40 रुपए और भोपाल में 107.23 प्रति लीटर उपलब्ध होगा।
डीजल की कीमत
दिल्ली में डीजल की कीमत 86.67 रुपए प्रति लीटर हो गई है। वहीं मुंबई में डीजल 94.14 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा है। कोलकाता में आपको एक लीटर डीजल 89.79 रुपए में उपलब्ध होगा। जबकि चैन्नई में एक लीटर डीजल के लिए आपको 91.43 रुपए और भोपाल में 90.87 रुपए चुकाना होंगे।
क्रिप्टो मार्केट कैप पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के निशान पर पहुंचा
पहले भी चुनाव में मिली थी राहत
वर्तमान में दी गई राहत को लेकर लोगों का मानना है कि, यह राहत चुनाव के चलते मिल रही है। कीमतों में कटौती और ठहराव से पहले, पिछले 47 दिनों में से 30 बार डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई। 1 जनवरी से, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में शुल्क में कटौती से पहले 26 रुपए प्रति लीटर से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। बता दें कि, अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीते चुनाव में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला था, जब पूरे 2 माह तक कीमतों को स्थिर रखा गया था।