खुशखबरी : एनसीआर की सबसे ऊंची इमारत में रहने का सपना अब होगा पूरा
खुशखबरी : एनसीआर की सबसे ऊंची इमारत में रहने का सपना अब होगा पूरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।अगर आप भी ऊंची इमारतों में अपना आशियाना बनाना चाहते हैं तो आपका ये सपना जल्द पूरा होना वाला है। जी हां, नोएडा एनसीआर में बन रही हैं दिल्ली-एनसीआर की 7 सबसे ऊंची सात इमारतें। अब अगले कुछ सालों में नोएडा अपनी गगनचुंबी इमारतों के लिए भी जाना जाएगा। इन इमारतों के निर्माण के लिए विकास प्राधिकरण भी मंजूरी दे चुका है। अगले कुछ वर्षों में इनका निर्माण कर लिया जाएगा।
ये हैं इमारतों के नाम
#सुपरनोवा स्पायरा – 300 मीटर ऊंचाई की ये इमारत नोएडा के सेक्टर - 94 में निर्माणाधीन है। सुपरनोवा स्पायरा में कुल 80 फ्लोर होंगे। 2021 तक ये इमारत बन कर तैयार हो जाएगी।
#यमुनोत्री – नोएडा के सेक्टर 44 में यमुनोत्री नाम से दो इमारतों का निर्माण जारी है, जिनमें एक की ऊंचाई 288 मीटर है तो दूसरी की 220 मीटर।
#नार्थआई- सेक्टर 74 में नॉर्थआई नाम की बिल्डिंग बन रही है जिसकी ऊंचाई 255 मीटर है। ये नोएडा की तीसरी सबसे ऊंची बिल्डिंग बनने जा रही है।
#दिल्ली वन – नोएडा सेक्टर 16-बी में बनने वाली 190 मीटर ऊंचाई की इस बिल्डिंग में 42 तल हैं।
गुरुग्राम से आगे निकलने की तैयारी में नोएडा
नोएडा में अभी सबसे ऊंची इमारत सेक्टर-18 में वेव वन है। इस बिल्डिंग की ऊंचाई 140 मीटर है। वहीं गुरुग्राम में दिल्ली-एनसीआर की सबसे ऊंची इमारत विक्टरी वेली टॉवर-ए है। इसमें 51 मंजिलें हैं। यह 178 मीटर ऊंची और पूरी तरह से आवासीय इमारत है। नोएडा में अभी सबसे ऊंची आवासीय इमारत सेलेस्टे टॉवर है जो 35 मंजिला है। इसकी ऊंचाई 121 मीटर है और दिल्ली-एनसीआर में इसका आठवां नंबर है।
दिल्ली-एनसीआर की सबसे ऊंची पांच इमारतें
इमारत ऊंचाई (मीटर) शहर
विक्टरी वेली टॉवर-ए 178 गुरुग्राम
विक्टरी वेली टॉवर-बी 172 गुरुग्राम
विक्टरी वेली टॉवर-सी 147 गुरुग्राम
अंसल रॉयल हेरिटेज 140 फरीदाबाद
वेव वन 140 नोएडा
निर्माणाधीन सबसे ऊंची इमारतें
सुपरनोवा स्पायरा 300 नोएडा
यमुनोत्री 288 नोएडा
नॉर्थ आई 255 नोएडा
यमुनोत्री 220 नोएडा
ओएमजी 200 नोएडा
रहेजा रेवांता 196 गुरुग्राम
दिल्ली वन 190 नोएडा
वेव वर्टिका 190 नोएडा
एयपोर्ट अथॉरिटी ने दी अनुमति
चीफ आर्किटेक्ट टाउन प्लानर अशोक मिश्र कहते हैं नोएडा में दिल्ली-एनसीआर की सबसे ऊंची इमारतें होंगी। ऊंची इमारतों के लिए सबसे महत्वपूर्ण एयरपोर्ट अथॉरिटी की अनुमति होती है, जो मिल गई है। अगले तीन से पांच साल में निर्माण पूरा हो जाएगा।