सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 93 अंक गिरा, निफ्टी 16600 के नीचे 

क्लोजिंग बेल सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 93 अंक गिरा, निफ्टी 16600 के नीचे 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-06 10:34 GMT
सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 93 अंक गिरा, निफ्टी 16600 के नीचे 
हाईलाइट
  • निफ्टी 14.80 अंक की गिरावट के साथ 16569.55 पर बंद हुआ
  • सेंसेक्स 93.91 अंक की गिरावट के साथ 55
  • 675.32 पर बंद हुआ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुर्बल वैश्विक संकेतों तथा एसजीएस में गिरावट के कारण देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पहले दिन (06 जून, सोमवार) सपाट स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 93.91 अंक यानी कि 0.17 फीसदी की गिरावट के साथ 55,675.32 के स्तर पर बंद हुआ।

वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 14.80 अंक यानी कि 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 16569.55 के स्तर पर बंद हुआ।

जबकि बैंक निफ्टी 35 अंकों की बढ़त के साथ 35310.20 पर बंद हुआ। क्षेत्र विशेष में मेटल ने तेजी की अगुवाई की तथा उसमें 1.12 प्रतिशत की बढ़त रही। बैंकिंग एवं ऑटो में भी तेजी रही। रियलिटी, मीडिया एक प्रतिशत की हानि के साथ  बंद हुए। निफ्टी के शेयरों में बजाज ऑटो, जेएसडब्ल्यू स्टील, सिप्ला में सर्वाधिक बढ़त रही जबकि श्री सीमेंट, बीपीसीएल तथा एशियन पेंट्स सबसे अधिक गिरे।

तकनीकी रूप से निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर हैमर के जैसा कैंडलस्टिक पैटर्न, होरिजेंटल लाइन के सपोर्ट के साथ बनाया है जो आनेवाले सत्र के लिए तेजी का संकेत है। निफ्टी 21 दिनों के मूविंग एवरेज के ऊपर ट्रेड कर रहा है जो इस बात का संकेत है कि यदि इस स्तर के ऊपर बना रहा तो कुछ और तेजी आने की संभावना है। मोमेंटम इंडिकेटर स्टॉकिस्टिक दैनिक चार्ट पर सकारात्मक क्रॉसओवर के साथ ट्रेड कर रहा है जो तेजी के जारी रहने का संकेत है।

ओपन इंटरेस्ट डेटा में कॉल में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 17000 निफ्टी पर,फिर 16800 पर है। पुट में सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 16500 एवं फिर 16300 निफ्टी पर है। निफ्टी का शक्तिशाली सपोर्ट 16400 पर है। तेजी में अवरोध 16750 पर है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 34800 तथा अवरोध 36000 पर है। कुल मिलाकर मार्केट 16400 निफ्टी के सपोर्ट से कुछ तेजी दिखा सकता है। 16750 पार करने पर ही और तेजी दिख सकती है।

पलक कोठारी
शोध सहयोगी
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking)

Source: Choice India

Tags:    

Similar News