कीमत में बढ़ोतरी: मारुति सुजुकी ब्रेजा की बढ़ी कीमत, अर्टिगा सहित ये कारें भी हुई महंगी
- कारों की कीमत में 0.45 प्रतिशत की वृद्धि हुई
- नई कीमतें 16 जनवरी 2024 से लागू हो गई हैं
- दिसंबर 2023 में कुल 137,551 यूनिट सेल की
डिजिटल डेस्क, भोपाल। नए साल की शुरुआत होते ही कई वाहन निर्माताओं ने अपने वाहनों की कीमतों में इजाफा किया है। वहीं अब देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी ने अपनी सभी कारों के दाम में बढ़ोतरी कर दी है। कंपनी ने कार मॉडलों की कीमत में 0.45 प्रतिशत की वृद्धि की है, जो कि पिछली जनवरी में की गई बढ़ोतरी से काफी कम है। कंपनी के अनुसार, नई कीमतें 16 जनवरी 2024 से लागू हो गई हैं।
आपको बता दें कि, मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा था कि कंपनी ने समग्र मुद्रास्फीति और बढ़ी हुई कमोडिटी कीमतों के कारण लागत दबाव में वृद्धि के कारण जनवरी 2024 में अपनी कारों की कीमतें बढ़ाने की योजना बनाई है। वहीं अब गढ़ी हुई कीमतें के लागू होने की घोषणा कर दी है।
किन कारों की कीमत बढ़ी
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने अपनी एरिना और नेक्सा शोरूम में बिकने वाली सभी कारों की कीमतें बढ़ा दी हैं। इनमें एंट्री लेवल हैचबैक से लेकर प्रीमियम हैचबैक, सेडान और एसयूवी से लेकर एमपीवी तक शामिल हैं। बता दें कि, मारुति सुजुकी इंडिया की सबसे छोटी कार अल्टो है, जिसकी कीमत 3.54 लाख रुपए से शुरू होती है। वहीं सबसे महंगी कार में एमपीवी इनविक्टो है जो कि 28.42 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) कीमत पर उपलब्ध होती है।
कंपनी के पास ये मॉडल उपलब्ध
मारुति सुजुकी एरिना शोरूम पर ऑल्टो के10, ऑल्टो 800, एस-प्रेसो, सेलेरियो, ईको, ईको कार्गो, वैगनआर, वैगन आर टूर स्विफ्ट, डिजायर, स्विफ्ट डिजायर टूर, ब्रेज़ा, अर्टिगा, अर्टिगा टूर, जैसी अलग-अलग सेगमेंट की कारें बिकती हैं। वहीं, मारुति सुजुकी नेक्सा प्रीमियम डीलरशिप से इग्निस, बलेनो, फ्रॉन्क्स, ग्रैंड विटारा, एक्सएल6 और इनविक्टो प्रीमियम एमपीवी की बिक्री की जाती है।
पिछले माह हुई इतनी कारों की बिक्री
मारुति सुजुकी ने दिसंबर 2023 में कुल 137,551 यूनिट सेल की हैं, जो दिसंबर 2022 के दौरान बेची गई 139,347 इकाइयों से 1.28 प्रतिशत कम है।
अप्रैल में भी बढ़ाई गई थी कीमत
कार निर्माता ने आखिरी बार 1 अप्रैल, 2023 से अपनी कारों की कीमतों में 0.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। इससे पहले जनवरी 2023 में, कंपनी ने सभी मॉडलों की कीमतों में 1.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की थी।