अजब-गजब: दुनिया का सबसे छोटा द्वीपीय देश, जिसके बारे में जानकर आपको होगी हैरानी
अजब-गजब: दुनिया का सबसे छोटा द्वीपीय देश, जिसके बारे में जानकर आपको होगी हैरानी
डिजिटल डेस्क। द्वीप पानी के बीच में स्थित उस स्थल को कहा जाता है, जो चारो ओर समुद्र से घिरा हुआ भू-भाग होता है। दुनिया में कई द्वीपीय देश हैं, जो छोटे-बड़े द्वीपों से मिलकर बने हैं। वैसे तो इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा द्वीपीय देश है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे छोटा द्वीपीय देश कौन है? इस देश की कई ऐसी खास बातें हैं, जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता होगा। दुनिया के सबसे छोटे द्वीपीय राष्ट्र का नाम है नाउरु या नॉरू। यह माइक्रोनेशियाई दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है। महज 21 वर्ग किलोमीटर में फैला यह विश्व का सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य और दुनिया में सिर्फ एकमात्र ऐसा गणतांत्रिक राष्ट्र है, जिसकी कोई राजधानी नहीं है।
नॉरू को "सुखद द्वीप" भी कहते हैं। क्योंकि यहां के लोग आराम से सुख-चैन से जिंदगी गुजार रहे हैं। साल 2018 की जनगणना के मुताबिक, इस देश की आबादी 11 हजार के करीब है। इस देश के बारे में ज्यादातर लोगों को पता नहीं है, इसलिए यहां पर बहुत कम ही लोग घूमने के लिए आते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2011 में यहां महज 200 लोग ही घूमने के लिए आए थे।
नॉरू को करीब 3,000 साल पहले माइक्रोनेशियन्स और पॉलिनेशियन्स द्वारा बसाया गया था। यहां पर पारंपरिक रूप से 12 कबीलों का राज था, जिसका असर इस देश के झंडे पर भी दिखता है। 60-70 के दशक में इस देश की मुख्य आय फास्पेट माइनिंग से होती थी, लेकिन अधिक दोहन की वजह से यह खत्म हो गया। यहां नारियल का उत्पादन खूब होता है। नॉरू में सिर्फ एक ही एयरपोर्ट है, जिसका नाम "नॉरू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा" है। वैसे तो यहां के अधिकतर लोग ईसाई धर्म का पालन करते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां कई ऐसे भी लोग हैं जो किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं।