गोवा में हिंदू भी कर सकते हैं 2 शादी, राजा महाराजाओं के बनाए इस नियम से मिली है राहत
अजब -गजब गोवा में हिंदू भी कर सकते हैं 2 शादी, राजा महाराजाओं के बनाए इस नियम से मिली है राहत
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। ऐसे में कई तरह की तरह की बातें सामने आ रही हैं। इसी बीच अब गोवा में कुछ अलग देखने को मिल रहा है। ऐसा कहा जाता है कि गोवा में पहले से सिविल कोड है, जिसके तहत वहां के हिंदू पुरुष दो शादी कर सकते हैं। पर ये हिंदू मैरिज एक्ट से अलग है।
आप भी ये सोच रहे हैं कि आखिर गोवा में ये नियम क्यों है। आप को बता दें कि वर्तमान हिंदू मैरिज एक्ट के तहत, हिंदू एक साथ एक से ज्यादा पत्नियां नहीं रख सकता है। हिंदू मैरिज एक्ट में दूसरी शादी करने के लिए पहली पत्नी से तलाक लेना जरुरी माना जाता है। यह एक कानुनी नियम है। अन्यथा इसे अपराध माना जाएगा। ऐसा करने वाले व्यक्ति को जेल भी हो सकती है।
शादी को लेकर नियम?
हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के मुताबिक, दूसरी शादी कानूनी रूप से मान्य नहीं है। वहीं मुस्लिम धर्म में पुरुष को चार शादी करने की इजाजत है, जिसके तहत वह चार पत्नियां एक साथ रख सकते हैं। इसी कारण से देश में सिविल कोड लागू करने की बात की जाती है।
गोवा के लिए क्यों है अलग नियम?
रिपोर्ट के मुताबिक, गोवा के सिविल कोड कानू में 1880 में एक संशोधन किया था। बताया जाता है, कि गोवा में पुर्तगाली राजा द्वारा कुछ परिस्थितियों में ही दो शादी करने के के नियम बनाए थे। अगर पत्नी को 25 साल तक बच्चा नहीं हुआ हो या फिर पहली पत्नी के बच्चा ना हो पाने की स्थिति में वह दूसरी शादी कर सकता है। पर ये परिस्थिति होना अनिवार्य है।
पर दूसरी शादी करते वक्त पुरुष को पहली पत्नी से लिखित इजाजत लेनी होती है। इसके बाद ही दूसरी शादी को कानूनी मान्यता मिल पाती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस कानून के तहत अभी तक कोई शादी नहीं हुई है। क्योंकि गोवा में शादी के रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है और पिछले कई सालों से इस तरह को कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। साथ ही इस प्रावधान को लेकर कोई रिपोर्ट भी नहीं की गई है।