प्लास्टिक से जा रही ग्रीन सी टर्टल की जान, नहीं सुधरे इंसान तो बड़ा विनाश

अजब -गजब प्लास्टिक से जा रही ग्रीन सी टर्टल की जान, नहीं सुधरे इंसान तो बड़ा विनाश

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-15 06:04 GMT
प्लास्टिक से जा रही ग्रीन सी टर्टल की जान, नहीं सुधरे इंसान तो बड़ा विनाश


डिजिटल डेस्क, भोपाल। कुछ दिन पहले ही भूमध्यसागर के एक बीच के किनारे ग्रीन सी टर्टल मरा हुआ देखा गया हैं। इस टर्टल की मौत को लेकर जब जांच पडताल की गई तो सभी वैज्ञानिक चिंता में पड गए। आप को बतादे की ग्रीन सी टर्टल की मौत प्लास्टिक पॉल्युशन की वजह से हुई थी। इस टर्टल को Karatas बीच पर मरा हुआ पाया गया है। टर्टल प्लास्टिक बैग्स, बॉटल के ढक्कनों, और माइक्रोप्लास्टिक्स से ढँका हुआ था। इस बीच पर चारों ओर बहुत सारे छोटे- छोटे प्लास्टिक्स बिखरे पड़े थे।

बाताया जा रहा हैं, की यह  ये टर्टल प्लास्टिक के छोटे- छोटे टुकड़ो को क्रस्टैशिन्स और जेलीफिश समझकर खा लेते हैं। इसी कारण समुद्री जीवों की मौत हो रही है। को भी समुद्री जीवों प्लास्टिक को पूरी तरह निगल नहीं पाते और उनके गट्स ब्लॉक हो जाते हैं। इसके बाद समुद्री जीवों भूख से मर जाते हैं, ऐसा ही कुछ इस सी टर्टल्स के साथ भी हुआ। दुनिया भर में करीब 52 प्रतिशत सी टर्टल्स प्लास्टिक खाने की वजह से ही मर जाते हैं।  


अत्यधिक प्लास्टिक खाने से हुई टर्टल की मौत

टर्टल के प्लास्टिक खालेने की वजह से उनको अंडे देने के प्रोसेस में भी डिस्टर्बेंस आती है। एक शोध के मुताबिक बीच के किनारे प्लास्टिक की भरमार से नेस्टिंग और हैचलिंग्स करने वाली फीमेल टर्टल्स के व्यवहार पर निगेटिव इम्पैक्ट पडता हैं। प्रोफेसर सेदात गुंडोडू के अनुसार फीमेल टर्टल्स कई बार प्लास्टिक पॉल्युशन की वजह से बिना अंडे दिये ही समुद्र में वापस लौट जाती हैं। हम सभी जानते हैं, की टर्टल की ज्यादातर प्रजातियाँ बहुत कम हो चुकी हैं। इसी लिए हमे इसे बचा कर रखना चाहीए। जो की प्रकृती के लिए बहुत  ही जरुरी हैं। 


प्लास्टिक वेस्ट से समुद्री जीवों पर संकट
 क्या आप सभी को पता हैं, की प्लास्टिक की वजह से समुद्र किस कदर बेहाल हो रहा हैं। क्या आप भी को पता हैं, हर साल कितना प्लास्टिक कचरा समुद्रों में डंप कर दिया जाता है? और इस का समुद्री जीवों पर क्या प्रभाव पड़ता हैं। इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो प्रकृति  एक बहुंत बड़ी आफत अपने साथ लेकर आएंगी। क्योंकी अब समुद्रों का दम घुटने लगा हैं। इस घटना ने इन्वॉयरमेंटलिस्ट्स को चिंता में डाल दिया है। यह सिर्फ एक टर्टल की मौत का नहीं है बल्कि पूरे मरीन इकोसिस्टम की बात हैं। अगर प्लास्टिक वेस्ट जल्दी से जल्दी कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो , आने वाला समय बहुत भयानक हो सकता हैं। 


 

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