नए नोटों की ये बातें हर भारतीय को पता होनी चाहिए 

नए नोटों की ये बातें हर भारतीय को पता होनी चाहिए 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-24 06:42 GMT
नए नोटों की ये बातें हर भारतीय को पता होनी चाहिए 

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। इसके बाद जारी नए नोटों में भी काफी चीजें हटाई गई। नए नोट के रंग, लिपि और छवि के साथ और भी कई बदलाव देखने को मिले है आईए जानते है इन बदलाव के बारे में।  

 

 

स्वच्छ भारत का लोगो

नए नोट्स (₹ 2000, ₹ 500, ₹ 200 और ₹ 50) पर, स्वच्छ भारत का लोगो जिसके साथ लिखा गया है "एक कदम स्वछता की ओर" के साथ देखा जा सकता है। 

 

 

देव नागरी में डिनोमिनेशनल संख्या

नए नोटों के मूल्य के अंकों को देवनागरी लिपि में लिखा गया है। नोटबंदी से पहले जारी किए गए नोटों के अंको को देवनागरी लिपि में नहीं लिखा जाता था।

 

 

बापू की ये फोटो लगाई गई नोटों पर 

बापू के चित्र का उपयोग हमारे देश की मुद्रा पर किया जाता है। असल में उनकी ये फोटो लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक-लॉरेंस के साथ 1946 में राष्ट्रपति भवन (जिसे पहले वाइसराय हाउस के नाम से जाना जाता था) में ली गई थी। नोटबंदी के पहले नोटों पर एक मिरर ईमेज का इस्तमाल किया जाता था, लेकिन अब उनकी ओरिजनल ईमेज का उपयोग किया जाता है।

 

2000 रुपये के नोट पर बना है मंगलयान 

2000 रुपये के नोट के पीछे, मंगलयान या मंगल ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) की एक फोटो देखी जा सकती है। जो भारत के पहले इंटरप्लानेटरी मिशन का प्रतिनिधित्व करता है। पुराने 1000 रुपये के नोटों में भारत की अर्थव्यवस्था, एक ऑयल रिग, अनाज कटाई, धातु विज्ञान और कंप्यूटर पर काम कर रही एक लड़की की फोटो थी।

 

 

नए 500 रुपये के नोट पर बना है ये फोटो

नए 500 रुपये के नोटों के पीछे, भारतीय ध्वज के साथ नई दिल्ली में स्थित लाल किले की छवि दिखाई देती है। नोटबंदी से पहले, ₹ 500 नोट्स में दांडी मार्च का चित्रण था।

 

 

200 रुपये के नोट में है सांची स्तूप

200 रुपयेे के नोटों के पीछे सांची स्तूप की एक छवि है। सांची स्तूप जो की भारत की सबसे पुरानी धरोहरों में से एक है। सांची एक बौद्ध परिसर है, जो भोपाल के पास स्थित है। इस से पहले के किसी भी नोट पर इस तरह की छवि नहीं थी।

 

 

50 रुपये के नोट पर इस जगह की इमेज बनाई है

50 रुपये के नोट के पीछे, रथ के साथ हम्पी का एक आदर्श देखा जा सकता है। हम्पी (कर्नाटक) भारत में स्थित यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल है। पहले जारी किए गए नोटों में भारत की संसद का स्वरूप था और ये नोट अभी भी भारत में सरक्यूलेशन में है।

 

संख्या का बढता आकार

संख्या पैनल को ऊपरी बाई ओर से नीचे दाई तरफ बढ़ते आकार के साथ देखा जा सकता है। नोटबंदी से पहले नोटों में ऐसा नहीं था।
  

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