क्रिसमस पर जानवरों को भी दिए गए गिफ्ट, मंकी पढ़ने लगा ग्रीटिंग; तो शेर ने खोला गिफ्ट

क्रिसमस पर जानवरों को भी दिए गए गिफ्ट, मंकी पढ़ने लगा ग्रीटिंग; तो शेर ने खोला गिफ्ट

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-26 05:13 GMT
क्रिसमस पर जानवरों को भी दिए गए गिफ्ट, मंकी पढ़ने लगा ग्रीटिंग; तो शेर ने खोला गिफ्ट

डिजिटल डेस्क, कोलंबिया। क्रिसमस के दिन बुधवार को दुनियाभर में गिफ्ट्स देने-लेने का सिलसिला रहा। लेकिन तोहफे केवल इंसानों को ही नहीं मिले, पेट्स तथा चिड़ियाघर में रहने वाले प्राणियों को भी दिए जा रहे हैं। वे बाकायदा इन्हें खोलकर देख रहे हैं और खाद्य सामग्री का लुत्फ उठा रहे हैं। 

अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, कोलंबिया और न्यूज़ीलैंड सहित कई देशों के जू में इन प्राणियों ने भी क्रिसमस सेलिब्रेट किया। क्रिसमस शुरू होने के कुछ दिन पहले से ही इन्हें तोहफे मिल रहे हैं। 31 दिसंबर तक हर दिन इनका तोहफे के साथ ही गुजरने वाला है, क्योंकि इन्हें मिलने वाले तोहफे में इनके पसंद की खाने की वस्तुएं खूबसूरत तरीके से सजाकर रखी होती हैं। एक मंकी तो बाकायदा मनुष्यों की तरह अपना ग्रीटिंग खोलकर पढ़ता दिखा।

न्यूज़ीलैंड के ओराना में क्राइस्ट चर्च के अंतिम छोर पर स्थित वाइल्ड लाइफ पार्क में एक मिट्‌ठू ने अपना गिफ्ट कुछ अलग अंदाज में खोला। इसी पार्क में एक गोरिल्ला तो अपने गिफ्ट को पकड़कर ही बैठ गया जैसे वह बताना चाहता हो कि यह उसी के लिए है। इसी पार्क में रहने वाले चीता की जोड़ी को लोगों ने शिकार के पीछे भागते तो रोज देखा है, लेकिन क्रिसमस पर गिफ्ट खोलते हुए इन्हें देखने का मजा अलग ही था। इस जोड़ी के गिफ्ट में उनकी पसंद का मीट था, जिसे वे अपने अंदाज में खोल रहे थे।

उत्तर-पश्चिम फ्रांस के ले मैंस के पास ज़ू डे पेशहेरे में स्क्वैरल प्रजाति के मंकीज के लिए गिफ्ट रखे गए थे। इनके गिफ्ट खोलने के अंदाज को देखकर ही लोगों को मजा आ गया। इसी तरह उत्तरी जर्मनी के हैम्बर्ग के तिएरपार्क, हैगेनबैक चिड़ियाघर में हाथियों के लिए फल और सूखे मेवों के बड़े-बड़े गिफ्ट रखे गए। हाथियों के बजाय उनके बच्चे ने गिफ्ट खोले। वहीं, कोलंबिया के कैली चिड़ियाघर में मंकी को कैंडी दी गई। उसने उसे मनुष्यों की तरह खाकर बताया।

जंगल के राजा शेर ने भी अपना गिफ्ट अलग अंदाज में खोला। वहीं, अमेरिका में एनिमल मैनेजमेंट ग्रेजुएट लियाम ने अपने 17 डॉगीज को क्रिसमस पर ड्रेस पहनाकर उनका फोटो सेशन किया। इस काम में उन्हें घंटाभर से ज्यादा लगा, क्योंकि वे जब किसी डॉगी को सेट कर दूसरे के पास जाते थे, तो तीसरा उठकर चल देता था।

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