500 साल पहले हुई लड़की के मृत शरीर पर पाया गया टीबी का बैक्टीरिया, वैज्ञानिक भी हैरान
अजब- गजब 500 साल पहले हुई लड़की के मृत शरीर पर पाया गया टीबी का बैक्टीरिया, वैज्ञानिक भी हैरान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया जितनी विशाल और खूबसूरत है, उतनी ही अविश्वसनीय और अकल्पनीय तथ्यों से भरी पड़ी है। यहां कितने ही रहस्य कैद, जिनका उजागर होना बहुत ही मुश्किल है। आज भी सालों से वैज्ञानिक और शोधकर्ता ऐसे ही रहस्यमयी तथ्यों और उलझनों को सुलझाने में लगे हुए हैं, लेकिन कई बार वैज्ञानिक ऐसे रहस्य को सुलझाने में सफल रहते हैं और ये रहस्य, राज बनकर रह जाते हैं। ऐसा ही एक रहस्य है एक शव का।
शव करीब 500 साल पुरान बताया गया है, लेकिन इसे खोजने वालों को देखकर लगा कि जैसे कुछ ही दिन पहले इसे दफनाया गया हो। सुनने में यह बड़ा अविश्वसनीय और अकल्पनीय लगता है। यह सोचने पर मजबूर कर देता है, कि क्या ऐसा भी हो सकता है। तो आइए जानते हैं इस रहस्य के बारे में...
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क्या है रहस्य
बात है साल 1999 की, जब अर्जेंटीना में वैज्ञानिकों को ज्वालामुखी के ढेर से एक 15 वर्षीय लड़की का शव मिला था। शव मिलने के बाद वैज्ञनिकों ने उस शव का रिसर्च कर यह दावा किया था कि यह शव उस ढेर में 500 से अधिक वर्षों से दफन था।
आपको बता दें, जब वैज्ञानिकों ने ढेर से उस लड़की की लाश निकाली थी, तब उसे देखकर लग रहा था कि जैसे लड़की की मृत्यु कुछ दिन पहली ही हुई हो। वैज्ञानिकों ने बताया उस स्थान का तापमान कम होने के कारण लड़की का शरीर और बाल एकदम सामान्य स्थिति में थे।
लड़की के शव के साथ उसके शरीर पर सोने चाँदी के आभूषण और कीमती वस्त्र भी मिले थे। साथ ही उसके बालों में जुएं तक मौजूद थे जो कि सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात थी। आमतौर पर शरीर के मृत होने के बाद बालों में अगर जूंए हो तब वह जूंए मृत शरीर से अपने आप ही बाहर निकलने लगते हैं पर इस शरीर के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं था।
यह सब कुछ तो सामान्य था लेकिन आश्चर्य की बात यह कि, उस शव में खून मिला था साथ ही उस खून में टी.बी. के बैक्टीरिया भी पाए गए थे। इस सब के बाद वैज्ञानिकों ने जांच करना प्रारंभ किया कि आखिर किसी 500 साल पुराने शव में टी.बी. का बैक्टीरिया जिंदा कैसे रह सकता है?
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वैज्ञानिक और शोधकर्ताओं के अनुसार, इससे पहले इतनी अच्छी स्थिति में कभी किसी ममी को नहीं पाया गया। शोधकर्ताओं का कहना था कि यह ममी ढेर सारे राज़ खोल सकती है। वैज्ञानिक और डॉक्टर्स फिलहाल यह पता लगा रहे हैं कि आखिर शव में टी.बी. का बैक्टीरिया जिंदा कैसे है। साथ ही यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि क्या इस ममी के खून से कई रोगों का इलाज भी किया जा सकता है?