लोकसभा चुनाव 2024: अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से नामांकन भरा, भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक से होगा मुकाबला

अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से नामांकन भरा, भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक से होगा मुकाबला
  • सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से भरा नामांकन
  • शिवपाल यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर अखिलेश को दी बधाई
  • भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक से चुनावी मैदान में होगी टक्कर
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गुरुवार को उत्तरप्रदेश की कन्नौज सीट से नामांकन दाखिल किया। इस सीट पर अब उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक से होगा। इस मौके पर अखिलेश यादव के साथ सपा के प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव भी उपस्थित रहे। यूपी की इस हाईप्रोफाइल सीट पर लंबे समय से अखिलेश यादव को उम्मीदवार बनाने की अटकले लगाई जा रही थी। हालांकि, इससे पहले अखिलेश यादव ने अपने भतीजे तेज प्रताप को कन्नोज सीट से उम्मीदवार घोषित किया था। मगर, अखिलेश के इस फैसले पर सपा के कार्यकर्ताओं के बीच सहमति बनती हुई दिखाई नहीं दे रही थी। दरअसल, इस सीट से कार्यकर्ता तेज प्रताप की जगह पर अखिलेश यादव को चुनावी मैदान में उतारना चाहते थे। हालांकि,अब अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से नामांकन दाखिरल करने के बाद सियासी गलियारों में चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। इसे लेकर भाजपा प्रत्याशी सुब्रत ने सपा के कार्यकर्ता और अखिलेश यादव के बीच हो रही नोकझोंक को लेकर चुटकी भी ली थी।

शिवापाल यादव ने किया रिट्वीट

अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से अपना नामांकन दाखिल करने से पहले सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया था। इस पोस्ट के कैप्शन में अखिलेश ने लिखा, "फिर इतिहास दोहराया जाएगा, अब नया भविष्य बनाया जाएगा।" उनके इस ट्वीट को चाचा और सपा नेता शिवपाल यादव ने रिट्ववीट किया। उन्होंने लिखा, "विजय भव: सर्वदा।" कयास लगाया जा रहा है कि अखिलेश यादव ने यह फोटो साल 2000 में कन्नौज सीट से नामांकन भरने के समय की ट्वीट में पोस्ट की है।

साल 2000 में पहली बार बने थे सांसद

एक समय पहले कभी उत्तरप्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ हुआ करती थी। इस सीट पर अखिलेश यादव ने न केवल पहली बार साल 2000 में उपचुनाव लड़ा था। बल्कि यहां से जीत भी हासिल की थी। वह इस सीट से सांसद रह चुके थे। साल 2004 और 2009 में भी वह कन्नौज से सांसद रहे थे। इसके बाद अखिलेश यादव साल 2012 में उत्तरप्रदेश के सीएम बने। इस दौरान उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उपचानव में कन्नौज सीट से अखिलेश की पत्नि डिंपल यादव को निर्विरोध के तौर पर चुना गया था।

Created On :   25 April 2024 12:49 PM IST

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