परिचालन नियमित होते ही ब्रॉडगेज पर दौड़ेगी ट्रेन

Trains will run on broad gauge as soon as operations are regular
परिचालन नियमित होते ही ब्रॉडगेज पर दौड़ेगी ट्रेन
परिचालन नियमित होते ही ब्रॉडगेज पर दौड़ेगी ट्रेन

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नागपुर-छिंदवाड़ा रेल परियोजना आखिरकार पूरी हो ही गई। तीन राज्यों को जोड़ने के उद्देश्य से इस अहम रेल परियोजना के लिए नैरो गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तन हुआ। कुल लागत 1420.38 करोड़ थी। शनिवार को भंडारकुंड से भीमालगोंदी तक का इलेक्ट्रिफिकेशन का  सीआरसएस इंस्पेक्शन किया गया। इसके साथ ही रविवार को नागपुर-जबलपुर परियोजना में नैनपुर-लामटा केेे विद्युतीकरण का निरीक्षण भी किया गया है। ट्रेनों का परिचालन नियमित होते ही यह मार्ग भी शुरू हो जाएगा। निरीक्षण आयुक्त रेलवे संरक्षा दक्षिणी व साउथ इस्टर्न सर्कल ए. के. राय ने किया। 

नागपुर-छिंदवाड़ा : अब सिर्फ सर्टिफिकेट की देरी
नागपुर-छिंदवाड़ा आमान परिवर्तन परियोजना में छिंदवाड़ा से भंडारकुंड 35 किलोमीटर, इतवारी से केलोद तक 48 किलोमीटर और केलोद से भीमालगोंडी तक करीब  44 किलोमीटर का आमान परिवर्तन कार्य पूर्ण कर लिया गया था। शनिवार को शेष भंडारकुंड से भीमालगोंडी (करीब 21 किलोमीटर) का आमान परिवर्तन व विद्युतीकरण के कार्य का निरीक्षण किया गया। इसमें कुकडाखापा व मोहपानीमाल पैसेंजर हॉल्ट शामिल है। निरीक्षण की रिपोर्ट करीब 15 दिन में आएगी और इसके बाद इस पूरे मार्ग पर ट्रेन चलाने के लिए हरी झंडी मिल जाएगी।

नागपुर-जबलपुर: नैनपुर-लामटा का निरीक्षण
नागपुर-जबलपुर आमान परिवर्तन परियोजना में गोंदिया से समनापुर (करीब 58 किमी) और जबलपुर से नैनपुर (करीब 121 किमी) तक गेज परिवर्तन का कार्य पूर्ण कर लिया गया था। शेष नैनपुर-लामटा और लामटा-समनापुर सेक्शन में से अभी नैनपुर-लामटा खंड (करीब 34 किलोमीटर) जिसमें पाद्रीगंज, गुडरु पै.हॉल्ट, चंगोटोला पै.हॉल्ट व नगरवाड़ा शामिल स्टेशनों का आमान परिवर्तन कार्य का सीआरएस निरीक्षण हो चुका है। लामटा-समनापुर का सीअारएस निरीक्षण भी जल्द ही किया जाएगा। इसके बाद जल्द ही इस मार्ग पर भी ट्रेन दौड़ेगी।

92 किमी और 91 किमी रफ्तार से किया निरीक्षण
सीआरएस ने मोटरट्राली और निरीक्षण वाहन से भंडारकुंड-भीमालगोंडी का 92 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रायल किया। साथ ही नैनपुर-लामटा खंडों पर अधिकतम 91 किमी प्रतिघंंटा की रफ्तार से ट्रायल किया गया। रेलवे ट्रैक और स्पीड परीक्षण के दौरान इंटरलॉकिंग, ब्रिज के साथ-साथ परिचालन एवं संरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं का परीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

Created On :   24 Aug 2020 1:39 PM IST

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