सरकार ने रची कृषि उपज के दाम गिराने की साजिश : बहाले
डिजिटल डेस्क, समुद्रपुर(वर्धा)। सरकार की किसानों को मारने की नीति आज भी जारी है। सरकार ने इस बार किसानों के कपास, तुअर, चना वायदे बाजार से हटाकर खेत माल के दाम जानबूझकर गिराए हंै। इस कारण सभी किसानों को फिर से जात-पात, धर्म आदि को परे रखकर केवल एक किसान के रूप में एकत्रित होना आज की जरूरत है। यह विचार किसान संगठन के प्रदेशाध्यक्ष ललित दादा बहाले ने तहसील के पिंपलगांव में आयोजित किसान संगठन के सभा में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान संगठन के प्रदेशाध्यक्ष ललित दादा बहाले ने की। प्रमुख अतिथि के रूप में किसान संगठन के नेता व पूर्व विधायक सरोजताई काशिकर, स्वभाप के प्रदेशाध्यक्ष मधुसूदन हरणे, राजाभाऊ पुसदेकर, सतीश देखमुख, दत्ता राऊत, सरपंच किसना शेंडे आदि मंच पर उपस्थित थे। अतिथियों के हाथों किसान संगठन के संस्थापक अध्यक्ष हुतात्मा शरद जोशी की प्रतिमा का पूजन कर माल्यार्पण कर सभा की शुरुआत की गई। ललित दादा बहाले ने कहा कि सबसे अधिक किसान आत्महत्या कपास उत्पादकों की हो रही है। कभी अतिवृिष्ट के कारण फसल का नुकसान होता है तो कभी सरकार की गलत नीति के कारण दाम गिराने की साजिश की जा रही है। इस समय पूर्व विधायक सरोजताई काशिकर ने बताया कि सेबी को केंद्र सरकार ने वायदे बाजार पर बंदी लगायी है। इस कारण कपास के साथ कुल 7 फसलों के दाम अतयंत कम हुए हैं। इस अन्याय के विरोध में सरकार को संगठित ताकत के दर्शन करवाना आवश्यक है। इसके लिए आगामी 9 जनवरी को वर्धा जिला कार्यालय के सामने धराना आंदोलन तथा 23 जनवरी को मुंबई के सेबी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन के लिए किसानों से बड़ी संख्या में उपस्थित रहने का आह्वान स्वतंत्र भारत पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मधुसूदन हरणे ने किया। प्रस्तावना जिला प्रमुख उल्हास कोटमकर ने रखी। संचालन सुनील हिवसे ने किया । आभार प्रदर्शन जीवन गुरगुले, डॉ. हेमंत इसनकर ने माना।
Created On :   3 Jan 2023 6:07 PM IST