निवासी डाक्टरों ने मारपीट और धमकी के खिलाफ शुरू किया आंदोलन
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । निवासी डाक्टर और सहायक डाक्टरों के साथ की गई मारपीट और लगातार मिल रही जानलेवा धमकी के खिलाफ निवासी डाक्टरों ने जिला सरकारी अस्पताल, मेडिकल कालेज में गुरुवार से से बेमियादी आंदोलन शुरू किया है। निवासी डाक्टरों के आंदोलन से जिला सरकारी अस्पताल, मेडिकल कालेज की स्वास्थ्य सेवा लड़खड़ा गई है। कुछ महीने पूर्व एक रोगी का उपचार जिला सरकारी अस्पताल में शुरू था। रोगी के रिश्तेदार अक्सर धमकी देकर डाक्टर से रोगी का उपचार कर लेते। किंतु रोगी की मौत के बाद 31 जनवरी की रात को रोगी के रिश्तेदारों ने आन ड्यूटी डाक्टर से मारपीट की उसी प्रकार उनके निवास तक उनका पीछा किया। इस मारपीट का निषेध करने और कालेज की आपात्कालीन विभाग कार्यान्वित करने की मांग कर मेडिकल कालेज के डिन को 24 घंटे के का अल्टीमेटम देकर व्यवस्था की मांग की थी। इसके बावजूद कोई ध्यान न दिए जाने पर आज 2 फरवरी की सुबह 9 बजे से इंटरशिप करे वाले और निवासी डाक्टरों ने बेमियादी आंदोलन शुरू किया है।
सुरक्षा को लेकर डीन को अल्टीमेटम दिए जाने के बावजूद कोई ध्यान न देने पर आज सुबह से आंदोलन शुरू किया। इसकी वजह से इमरजंेसी सेवा को छोड़कर अन्य सेवा चरमरा गई है। क्योंकि स्थायी डाक्टर महज राउंड के बाद चले जाते है बाद में निवासी डाक्टर और इंटरशिप वाले डाक्टर ही सभी वार्डो जैसे ओटी, प्रसूति, अन्य वार्डो की देखभाल करते है, इसकी वजह से सेवा व्यवस्था प्रभावित हुई है। इसकी सूचना मिलने पर डा. मंगेश गुलवाडे़ ने डाक्टरों से विचार विमर्श कर उनकी समस्याओं को डीन तक पहुंचाने का भरोसा दिया था। किंतु जब तक मांग पूरी नहीं होती आंदोलन शुरू रखने की चेतावनी डाक्टरों ने दी है। जिसमें प्रमुख रुप से अन्य मेडिकल कालेज की भांति सुरक्षा रक्षकों की संख्या बढाये, आपातकालीन विभाग के सायरन की मरम्मत करें, बंद पडी इंटरकाम को ठीक करें, अस्पताल परिसर में समय समय पर पेट्रोलिंग, डाक्टरों के निवास तक विद्युतीकरण करना, रोगी के रिश्तेदारों को पास सिस्टम शुरु करना, सीसीटीवी सिस्टम पुन: शुुरु करने की मांग का समावेश है। आंदोलन में मार्ड संगठना अध्यक्ष डा. तेजस्विनी चौधरी, उपाध्यक्ष रोहित होरे, महासचिव डा. प्रशांत मगडुम, डा. ऋतुगा गंगरडे, डा. प्रियंका तलरेजा, डा. मंगल पाटील, डा. वृषभ जाधव, डा. सलेशा एन, डा. सुमेधा मोहानी, डा. सौरभ माने, डा. विष्णू एस. डा. नाहीद सैयद, डा. मृणाल निखाडे, डा. शरद बुरुंगले, डा. अभय वाघमारे आदि उपस्थित थे। सुरक्षा को लेकर डाक्टरों के आंदोलन शुरु किए जाने की जानकारी मिलने पर शहर के थानेदार सुधाकर आंभोरे अपनी टीम के साथ पहुंचे। इस दौरान डाक्टरों ने थानेदार को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। जिसके बाद उन्होंने पुलिस विभाग की ओर से उचित सहयोग का भरोसा दिया है।
Created On :   3 Feb 2023 2:09 PM IST