दवाओं के साथ पौष्टिक आहार लेना आवश्यक
डिजिटल डेस्क, नागपुर। क्षय रोग निर्मूलन के लिए समाज के सभी वर्ग को आगे आना चाहिए। आधुनिक चिकित्सा के साथ प्राचीन आयुर्वेद पद्धति का प्रयोग कर इस बीमारी को जड़ से खत्म करने की दिशा में प्रयास होना चाहिए। ऐसा नेशनल इंटिग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) के अध्यक्ष डॉ. शांतिदास लुंगे ने कहा। विश्व क्षय रोग दिवस पर नीमा द्वारा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के धन्वंतरी कक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. लुंगे ने अपने विचार रखे। महाविद्यालय के क्षय रोग विभाग ने कार्यक्रम आयोजित किया था। अध्यक्षता डॉ. माधुरी वाघ ने की। विशेष अतिथि डॉ. लुईस जॉन, डॉ. रवींद्र बोथरा थे। कार्यक्रम में डॉ. मीनाक्षी सराटकर ने आयुर्वेद का महत्व बताया। नोडल अधिकारी डॉ. अमित नकाणेकर ने क्षय रोग की जानकारी दी। संचालन रुपाली गोडबोले ने व आभार डॉ. वैभव ठवकर ने माना।
क्षय रोगियों के लिए निक्षय मित्र बने वरदान : क्षय रोगियों के लिए निक्षय मित्र वरदान साबित हो रहे हैं। स्वयंसेवी संस्थाओं ने क्षय रोगियों को दत्तक लेकर उनके स्वस्थ होने में अहम भूमिका निभाई है। संस्थाओं के साथ ही सरकारी व गैरसरकारी नोकरी पेशा लोगों ने भी क्षय रोगियों को दत्तक लेकर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभायी है। ऐसा मनपा के अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी ने कहा। विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर मनपा द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।
डॉक्टर ने किया समुपदेशन, मिला आधार : डॉ. जाधव ने बताया कि नियमित जांच व औषधोपचार से बीमारी सुधर जाती है। दवाओं के साथ पौष्टिक आहार लेना जरूरी है। मनपा की ओर से बताया गया कि नागपुर की अनेक संस्थाओं ने क्षय रोगियों को दत्तक लिया है। संस्थाआें की तरफ से उन्हें पोषक आहार दिया जा रहा है। इसके अलावा निक्षय मित्र भी सहयोग कर रहे हैं। कार्यक्रम में शहर क्षय रोग अधिकारी डॉ. शिल्पा जिचकार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संगिता खंडाइत, क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी उत्तम मधुमटके आदि उपस्थित थे।
Created On :   28 March 2023 2:19 PM IST