एफआरओ की हत्या के बाद गुट्टी कोया आदिवासियों को भगाने की मांग

Demand for eviction of Gutti Koya tribals after killing of FRO in Telangana
एफआरओ की हत्या के बाद गुट्टी कोया आदिवासियों को भगाने की मांग
तेलंगाना एफआरओ की हत्या के बाद गुट्टी कोया आदिवासियों को भगाने की मांग

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में गुट्टी कोया आदिवासियों द्वारा एक वन अधिकारी की हत्या के एक दिन बाद वनकर्मियों ने बुधवार को मांग की कि सरकार राज्य से वन भूमि पर कब्जा करने वालों को बाहर करे और वनकर्मियों को आत्मरक्षा के लिए हथियार मुहैया कराए।

यह आरोप लगाते हुए कि गुट्टी कोया आदिवासियों ने अन्य राज्यों से तेलंगाना में घुसपैठ की और वन भूमि का अतिक्रमण किया, वन अधिकारियों ने मांग की कि सरकार उन्हें खदेड़ने के लिए तत्काल कदम उठाए।

बुधवार को खम्मम जिले में वन रेंज अधिकारी (एफआरओ) चलामल्ला श्रीनिवास राव के अंतिम संस्कार के दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने यह मांग उठाई।

फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर्स एसोसिएशन और जूनियर फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर्स एसोसिएशन ने मांग की कि सरकार जंगल में जाने वाले सभी वनकर्मियों को हथियार मुहैया कराए, क्योंकि उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते समय उनके जीवन को खतरा है।

दोनों संघों के नेताओं ने कहा कि वे अपनी मांगों पर सरकार के जवाब का इंतजार करने के बाद भविष्य की रणनीति तय करेंगे।

उन्होंने याद किया कि दो साल पहले मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा में घोषणा की थी कि गुट्टी कोया आदिवासियों को वापस भेजा जाएगा। एक अधिकारी ने कहा, अगर सरकार ने ऐसा किया होता तो हम अपने प्रिय सहयोगी श्रीनिवास राव को नहीं खोते।

संघों ने कहा कि वनों में जाने वाले सभी वन कर्मियों को हथियार उन्हें सुरक्षा प्रदान करेंगे और वन भूमि अतिक्रमणकारियों के बीच भय पैदा करेंगे। उन्होंने मांग की कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए सरकार तत्काल कदम उठाए।

अंतिम संस्कार के दौरान कुछ वनकर्मियों ने श्रीनिवास राव के हत्यारों को मारने के लिए नारे लगाए। वे यह भी चाहते थे कि सरकार राज्य में पोडू भूमि के सर्वेक्षण को रोक दे।

पोडू भूमि आदिवासियों और गैर-आदिवासी वनवासियों द्वारा खेती की जाने वाली वन भूमि है। काश्तकारों और वन विभाग के बीच अनबन हो गई है। हाल के वर्षो में वन विभाग द्वारा ऐसी भूमि पर किए गए पौधरोपण के कारण राज्य के विभिन्न स्थानों पर दोनों पक्षों के बीच झड़पें हुईं।

गुट्टी कोया आदिवासियों ने एफआरओ श्रीनिवास राव (42) को उस समय काट डाला, जब उन्होंने वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधों को हटाने के प्रयासों का विरोध किया।

मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के निर्देशानुसार, श्रीनिवास राव का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ रघुनाथपलेम मंडल के एर्लापुडी में किया गया।

वन मंत्री ए. इंद्रकरण रेड्डी, परिवहन मंत्री पी. अजय कुमार, अन्य जनप्रतिनिधि और खम्मम और भद्राद्री कोठागुडेम जिलों के वन और पुलिस अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

अजय कुमार ने आरोप लगाया कि दूसरे राज्यों से आने वाले गुट्टी कोया आदिवासियों ने एफआरओ की हत्या कर वन अधिकारियों का मनोबल गिराने की कोशिश की, लेकिन तेलंगाना के लोग और आदिवासी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।

इंद्रकरण रेड्डी ने कहा कि राज्यभर में पोडू भूमि के चल रहे सर्वेक्षण के बाद आदिवासियों और गैर-आदिवासियों को पट्टा देने पर मुख्यमंत्री खुद निर्णय लेंगे।

(आईएएनएस)

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Created On :   23 Nov 2022 6:00 PM IST

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