पीकेवी का फसल कटाई पश्चात तकनीक केन्द्र सर्वोकृष्ट
डिजिटल डेस्क, अकोला। केरल के कासारगोड ने हाल ही में संपन्न सीपीसीआरआई की भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अखिल भारतीय समन्वयीत अनुसंधान परियोजना कटाई पश्चात अभियांत्रिकी व तकनीक की 38 वीं वार्षिक कार्यशाला में अकोला के डा पंजाबराव देशमुख कृषि विश्व विद्यालय के कटाई पश्चात अभियांत्रिकी व तकनीक केंद्र को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोकृष्ट अनुसंधान केंद्र के रुप में सम्मानित किया गया। पीकेवी के उपकुलपति डा शरद गडाख के मार्गदर्शन में इस केंद्र ने किसानों के लिए उपयोगी तकनीक विकसित कर किसानों तक पहुंचाई। यह पुरस्कार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद केंद्रीय संस्थान लुधियाना की ओर से दिया गया है।
केंद्र में इन मशीनों का निर्माण {इस केंद्र अंतर्गत विभिन्न कृषि प्रक्रिया पर आधारित 24 से अधिक यंत्रों का निर्माण किया गया है। जिसमें पीकेवी मिनी दाल मिल, पीकेवी सफाई ग्रेड़िंग मशीन, पीकेवी स्कू पॉलिशर, पीकेवी कचरा ज्वलित शुष्कक, पीकेवी बीज निष्काषन यंत्र, पीकेवी फल ग्रेड़ींग मशीन, पीकेवी प्याज ग्रेंडींग मशीन, पीकेवी चना मशीन, पीकेवी हलदी सफाई मशीन , पीकेवी हलदी कटाई मशीन का समावेश है। केंद्र की ओर से कृषि प्रक्रिया पर आधारित दलहन, तिलहन मुल्य वर्धन श्रृंखला केंद्र ने स्थापित की है। इस केंद्र की ओर से 32 मशीन उत्पादक संस्थाओं के साथ समझौता हुआ है। जबकि पीकेवी में दाल मिल की 7 हजार से अधिक मशीनें बिक चुकी है। इसलिए इस केंद्र को सर्वोकृष्ट केंद्र के रुप पुरस्कृत किया गया। जिसके लिए उपकुलपति डा शरद गडाख, अनुसंधान संचालक डा विलास खर्चे, डा एस बी वडतकर, डा सुरेंद्र कालबांडे का योगदान रहा।
Created On :   4 March 2023 5:23 PM IST