ऑटिज्म को मात देकर योगा में कर रहा स्नातक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वर्ष 2017 में एक बच्चा ऑटिज्म पीड़ित था। अब वही बच्चा योगा में स्नातक (बीए) कर रहा है। ऐसा सीआरसी के कार्यक्रम में बताया गया। सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय अंतर्गत प्रादेशिक कौशल विकास पुनर्वसन व दिव्यांग सक्षमीकरण केंद्र (सीआरसी) नागपुर की तरफ से विश्व ऑटिज्म दिवस मनाया गया। इस अवसर पर 22 साल का ऑटिज्म पीड़ित श्रीनय नवखरे समेत बड़ी संख्या में पीड़ित व अभिभावक उपस्थित थे।
लघु फिल्म दिखाई गई
श्रीनय का 2017 से सीआरसी केंद्र में उपचार चल रहा है। इसका उसकी मानसिकता पर काफी प्रभाव पड़ा है। वर्तमान में योगा में बीए कर रहा है। साथ ही एक निजी अस्पताल में ड्रेसर का प्रशिक्षण लिया है। वह बिना किसी की मदद से मेट्रो से सफर करता है। श्रीनय ने ऑटिज्म पीड़ित होने से लेकर वर्तमान सुधार तक अपनी कहानी उपस्थितों के साथ साझा की। कार्यक्रम के दौरान ऑटिज्म पर बनी लघु फिल्म दिखाई गई। कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों ने डांस कर सभी का मन मोह लिया। क्लीनिकल साइकोलॉजी की सहायक प्राध्यापक अपर्णा भालेराव ने ऑटिज्म विषय पर विचार रखे। सहायक प्राध्यापक कविता घोडमारे ने पीड़ित बच्चों की यशोगाथा सुनाई। अश्विनी दहाट ने विविध थेरेपी के बारे में बताया। कार्यक्रम का आयोजन केंद्र के संचालक प्रफुल शिंदे के मार्गदर्शन में किया गया।
Created On :   4 April 2023 12:32 PM IST