JAIN (Deemed-to-be University) द्वारा भारतीय सेना के साथ MoU (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए

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भारतीय सेना के साथ MoU JAIN (Deemed-to-be University) द्वारा भारतीय सेना के साथ MoU (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए
हाईलाइट
  • JAIN (Deemed-to-be University) द्वारा भारतीय सेना के साथ MoU (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए

इस साझेदारी से सैनिक तथा उनके परिवार वाले डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट प्रोग्राम/पाठ्यक्रमों सहित उच्च शिक्षा के अपने सपनों को पूरा कर सकेंगे

बेंगलुरु, भारत, 28 सितंबर, 2021 /PRNewswire/ -- जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी), भारत के अग्रणी एनएएसी "+"  ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय (संशोधित फ्रेमवर्क के अनुसार) द्वारा एएससी सेंटर एंड कॉलेज, बेंगलुरु के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की गई। इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) के परिणामस्वरूप, सैनिक तथा उनके परिवार के सदस्य जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) द्वारा ऑफर किये जाने वाले ऑन-कैम्पस तथा ऑनलाइन दोनों ही पाठ्यक्रमों में नामांकन करवा सकेंगे।

Dr. Chenraj Roychand, chancellor of JAIN(Deemed-to-be-University) signing the MoU with the Indian Army.

उम्मीदवार जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) से विभिन्न विषयों में से अपने प्रोग्राम को चुन सकते हैं जैसे मैनेजमेंट, कॉमर्स, विज्ञान, तथा तकनीक। वे बेंगलुरु में विश्वविद्यालय कैम्पस में एमबीए, एमसीए, एम.एससी., पीजी डिप्लोमा, पीएच.डी., तथा सर्टिफिकेट प्रोग्रामों जैसे ऑन-कैम्पस लर्निंग प्रोग्रामों में नामांकन करवा सकते हैं। सैनिकों द्वारा भारतीय सेना में उनके कार्यकाल के दौरान ऑफर की जाने वाली स्टडी लीव के दौरान ऑन-कैम्पस डिग्री प्रोग्रामों में नामांकन करवाया जा सकता है।

यूजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन) द्वारा मान्यताप्राप्त ऑनलाइन डिग्री कोर्स जैसे एमबीए, एमसीए, एम.ए, बी.कॉम, तथा बीबीए को भी सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए ऑफर किया जाता है। उम्मीदवार ऑफर किए जाने वाले 70+ इलेक्टिव विषयों की विविध रेंज से अपनी पसंद के प्रोग्राम को चुन सकते हैं। आनलाइन डिग्री प्रोग्राम द्वारा उम्मीदवारों को अपनी डिग्री का अध्ययन करने में पहले की तुलना में और भी अधिक अनुकूल सुविधा मिलती है क्योंकि वे किसी भी समय, कहीं भी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और ऑनलाइन अपनी परीक्षाएं दे सकते हैं। शिक्षा से संबंधित दस्तावेज़ों को उनके डिवाईसेज़ पर डाउनलोड किया जा सकता है और लो-कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों वाली रिमोट लोकेशन पर उन्हें एक्सेस किया जा सकता है। इस प्रकार से वे इंटरनेट को एक्सेस करके कहीं से भी डिग्री प्राप्त करने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं।

समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान हस्ताक्षर किए गए और इसकी अध्यक्षता संयुक्त रूप से ले. जनरल बी.के. रेप्सवाल, वीएसएम, तथा एएससी (आर्मी सर्विस कॉप्स) सेंटर एंड कॉलेज, बेंगलुरु के कमांडेंट, तथा डॉ. चैनराज रायचंद, चांसलर, जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) द्वारा की गई। एएससी सेंटर एंड कॉलेज, बेंगलुरु और जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) के अन्य अधिकारी भी इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।

इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, ले. जनरल बी.के. रेप्सवाल, वीएसएम, तथा एएससी सेंटर एंड कॉलेज, बेंगलुरु के कमांडेंट ने कहा कि, "हमें जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) के साथ साझेदारी करने पर प्रसन्नता हो रही है। यह देश में एक प्रतिष्ठित संस्थान के साथ हमारी यात्रा में एक नए आयाम को जोड़ने की दिशा में उठाया गया कदम है। ज्ञान को साझा करने के लिए दूरियों को कम करने की बहुत अधिक संभावनाएं हैं, और अपने सैनिकों को उचित एक्रीडिशन प्रदान करने और उनके माध्यम से कौशल को बढ़ाने के लिए हम इस साझेदारी से लाभान्वित हो सकते हैं। ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रमों से सैनिकों को अपने सेवाकाल के दौरान अपनी डिग्री की पढ़ाई करने में सहायता मिलेगी क्योंकि इससे उन्हें कहीं से भी अध्ययन करने की अनुकूल सुविधा मिलेगी।"

इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. चैनराज रायचंद, चांसलर- जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) ने कहा, "भारतीय सेना के साथ इस साझेदारी पर हमें बहुत गर्व है। जैन समूह के इतिहास में यह एक नया कीर्तिमान है। इस साझेदारी से, हमें सैनिकों और उनके परिवारों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और पाठ्यक्रमों, जिन्हें हमारे पिछले 30 वर्षों के अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर तैयार किया गया है, के माध्यम से सशक्त करने के लिए अपना योगदान करने का सम्मान प्राप्त होगा। हमारा यह मानना है कि कोई भी व्यक्ति जो विकास करना और सीखना चाहता है, उसके लिए शिक्षा नए द्वार खोल देती है। हमें अपनी सेना के सर्विसमेन और सर्विसविमेन के सपनों को और आगे ले जाने का गौरव प्राप्त होगा जो इस राष्ट्र की रक्षा में अपने प्राणों तक को न्यौछावर कर देते हैं।"

सत्र के दौरान, डॉ. रायचंद, ने ले. जनरल बी.के. रेप्सवाल को कर्नाटक में 2022 में आयोजित किए जाने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) के दूसरे संस्करण के लिए परिसर में बड़े पैमाने पर की जा रही तैयारियों के बारे में संक्षिप्त में जानकारी प्रदान की। केआईयूजी देश में सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी गेम्स हैं तथा इनका लक्ष्य खेलकूद में दक्ष प्रतिभा का पता लगाना है, जो भारत का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर सकते हैं, जिसमें ओलम्पिक भी शामिल है। जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) द्वारा कर्नाटक में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी की जा रही है।

जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) के बारे में

जैन समूह द्वारा प्रोमोट किया गया यह विश्वविद्यालय, भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक है इसे पूरी दुनिया के विभिन्न देशों के छात्रों के लिए पसंदीदा लर्नर-सेंट्रिक गंतव्य स्थल माना जाता है। शिक्षा, उद्यमशीलता, शोध और खेल कूद के लिए बल देने के लिए जाने-पहचाने जैन (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) में शिक्षा और शोध के क्षेत्र के कुछ सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति कार्यरत हैं और विभिन्न केन्द्रों के माध्यम से उद्यमशीलता और इनोवेटिव सोच को प्रेरित करते हैं।

फोटो: https://mma.prnewswire.com/media/1634585/1883091_MoU_with_the_Indian_Army_jfif.jpg 

फोटो: https://mma.prnewswire.com/media/1634584/Dr__Chenraj_Roychand_addressing_the_dignitaries.jpg 

लोगो: https://mma.prnewswire.com/media/1633230/JAIN_University_Logo.jpg

 

Dr. Chenraj Roychand addressing the dignitaries.
JAIN_University_Logo

 

Created On :   29 Sept 2021 10:00 AM IST

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